जयपुर: हाई प्रोफाइल सेक्स-ब्लैकमेलिंग गिरोह की प्रदेश में कुछ पुलिस इंस्पेक्टरों से साठगांठ सामने आई है। कोटा से गिरफ्त में आई हांगकांग की आरोपित एनआरआई युवती ने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के समक्ष इसका खुलासा है।
युवती ने पूछताछ में एसओजी को बताया कि सरगना नवीन देवानी और गैंगस्टर आनंदपाल के गुर्गे आनंद शांडिल्य का कुछ पुलिस इंस्पेक्टरों से याराना रहा है। वे नवीन से तय रकम लेकर पीडि़त पर समझौते का दबाव बनाते और वसूली कराते थे। एक एफआईआर में तो जयपुर कमिश्नरेट के दो थानों के तत्कालीन थानाधिकारी का नाम भी है। इधर, एसओजी ने अक्षत शर्मा, आनंद शांडिल्य, अखिलेश मिश्रा और विजय का प्रोडक्शन वारंट लिया है, ताकि युवती को सामने बैठाकर सभी से पूछताछ की जा सके।
कोटा से पकड़ी एनआरआई युवती
एएसपी करन शर्मा ने बताया कि जेल गए अक्षत से युवती के सोशल एकांउट की जानकारी मिली थी। इससे उसके कोटा में रहने की जानकारी वह मोबाइल नम्बर मिल गया था। वह शिकार से हुई वसूली में 35 प्रतिशत हिस्सा लेती थी। एसओजी का अनुमान है कि वह करीब सवा करोड़ रुपए वसूली चुकी है।
कोटा में कर रही थी नौकरी
एसओजी के आईजी दिनेश एमएन ने बताया कि 27 वर्षीय एनआरआई युवती कोटा निवासी अपने प्रेमी से शादी कर एक कोचिंग सेंटर पर 15 हजार रुपए में पीआर का काम देख रही थी। वह अब दो दिन की रिमांड पर है। करीब सालभर से वह गिरोह के सम्पर्क में नहीं थी। उसने मोबाइल नम्बर तक बदल लिया था। युवती ने अप्रेल 2014 में गिरोह के साथ पहली बार एक बिल्डर को शिकार बनाकर 35 लाख रुपए की वसूली कराई थी। इसमें से उसे 2 लाख रुपए मिले थे।
2008 में भारत में आई, छूटी पढ़ाई
युवती के माता-पिता पंजाब के फरीदकोट के रहने वाले हैं, जिनका हांगकांग में व्यापार हैं। वर्ष 2008 में वह ओवरसीज कार्ड पर हांगकांग से भारत आई थी। वर्ष 2012 में चंदवाजी में एक निजी विश्वविद्यालय में बीबीए पढ़ाई के दौरान कोटा निवासी युवक से उसके प्रेम संबंध हुए। फिर पिछले साल 17 फरवरी को उसने रियल एस्टेट में सहायक मैनेजर प्रेमी से शादी कर जयपुर छोड़ दिया और कोटा में रहने लगी। नौकरी के चलते वह अक्षत शर्मा के सम्पर्क में आई थी। अक्षत ने अपनी रियल एस्टेट कम्पनी में उसे नौकरी दी थी। पढ़ाई छूटने पर अक्षत ने 2014 में आनंद शांडिल्य और नवीन देवानी से युवती की मुलाकात कराई थी।
Bureau Report
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