अफगान में सबसे बड़े हमले के बाद बोले ट्रंप, उ. कोरिया सभी के लिए एक समस्या है, जल्द निकाला जाएगा समाधान

अफगान में सबसे बड़े हमले के बाद बोले ट्रंप, उ. कोरिया सभी के लिए एक समस्या है, जल्द निकाला जाएगा समाधानवाशिंगटन: अमरीका ने अफगानिस्तान में अभी तक का सबसे बड़ा हमला किया है। हमले के बाद यूएस के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सेना की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें अपनी सेना पर गर्व है। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान में बम गिराए जाने की अनुमति दी थी। उन्होंने इस मिशन को सफल बताया। व्हाइट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह वास्तव में एक सफल अभियान बताया। उन्होंने कहा कि इससे उत्तर कोरिया को संदेश मिलता है या नहीं, यह उन्हें नहीं पता।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया सभी के लिए एक समस्या है, इस समस्या का समाधान जल्द ही निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि वह विश्वास करते हैं कि चीन इस समस्या से निपटने के लिये कड़ी मेहनत कर रहें हैं। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने गत सप्ताह फ्लोरिडा में जिनपिंग के साथ काफी समय बिताया है। मैं वास्तव में राष्ट्रपति जिनपिंग को पसंद कर रहा हूं और उनका सम्मान कर रहा हूं । वह बहुत ही खास आदमी है। मुझे लगता है कि वह इस मुद्दे पर बहुत कठिन परिश्रम कर रहें हैं।

अमरीकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने उत्तर कोरिया के खिलाफ किसी संभावित कार्रवाई के बारे में एनबीसी की रिपोर्ट पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इनकार कर दिया। पेंटागन की प्रवक्ता डाना व्हाईट ने एक बयान में इस रिपोर्ट पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इनकार करते हुए कहा कि भविष्य के अभियानों के बारे में सार्वजनिक रूप से विचार-विमर्श नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कमांडर किसी भी संकट से निपटने के लिए हमेशा सभी विकल्पों के साथ तैयार रहते है। उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया एक नया परमाणु या मिसाइल परीक्षण कर सकता है और इसी के मद्देनजर क्षेत्र में तनाव बढऩे की आशंका है। ऐसी संभावना है कि इस तरह के किसी परीक्षण के जवाब में अमरीकी सेना उत्तर कोरिया के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।

उत्तर कोरिया पर ट्रंप की धमकी का असर नहीं

उत्तर कोरिया पर अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी का असर नहीं दिख रहा है। तनाव के बीच उत्तर कोरिया छठें परमाणु मिसाइल की टेस्ट की तैयारी में है। अमरीका स्थित 38 नॉर्थ मॉनिटरिंग ग्रुप ने सैटेलाइट इमेज का हवाला देते हुए यह जानकारी दी है। सैटेलाइट तस्वीरें बताती हैं कि पुंगगाय-री यानी परमाणु टेस्ट साइट पर 12 अप्रेल से लगातार हलचल है। गु्रप ने बताया कि परमाणु टेस्ट के लिए साइट पर तैयारी कर ली गई है। इससे कोरियाई प्रायद्वीप में स्थित तनावपूर्ण है। इस बीच, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने कहा है कि कोरियाई सेना एक बार फिर तैयार है। हमला करने वालों को हम जंग के मायने समझा देंगे। पिछले कुछ महीनों में उत्तर कोरिया ने कई बैलिस्टिक मिसाइलों के टेस्ट किए हैं। 

सैन्य अभ्यास की निगरानी की

अमरीका से तनाव के बीच उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने विशेष सुरक्षा बलों के एक सैन्य अभ्यास की खुद निगरानी की है। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया के अनुसार सुरक्षा बल जब अभ्यास के दौरान दुश्मनों के ठिकानों को बेदर्दी से निशाना बना रहे थे तो किम जोंग उन मुस्कुरा रहे थे।

संस्थापक की जन्म शताब्दी का अवसर 

15 अप्रेल को उत्तर कोरिया अपने देश के संस्थापक किम इल-सुंग की 105वी जन्म शताब्दी बर्थ मनाएगा। संभावना है कि उसी दिन परमाणु टेस्ट को अंजाम दिया जा सकता है।

चीन साथ दे नहीं तो अकेले निपट लेंगे : ट्रंप

अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि चीन के साथ सकारात्मक बातचीत हुई है। फिर कहा अगर चीन मदद करता है तो बहुत अच्छा नहीं तो उ. कोरिया से अकेले निपट लेंगे।

5 बार परमाणु परीक्षण

वर्ष 2006, 2009, 2013 और 2016 में 2 बार परमाणु बम का परीक्षण कर चुका है उत्तर कोरिया।

45 लाख लोगों की रिजर्व फोर्स

सात लाख लोगों के सक्रिय दल के अतिरिक्त45 लाख लोगों की रिजर्व फोर्स भी है। 

शासन कभी भी इसकी एक तिहाई आबादी को सेना में सेवाएं देने के लिए बुला सकती है।  

हथियारों का जखीरा

साल 2016 के ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के मुताबिक उत्तर कोरिया के पास शस्त्रों की कोई कमी नहीं है। 70 पनडुब्बी, 4,200 टैंक, 458 फाइटर जेट और 572 लड़ाकू विमान 

Bureau Report

 

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