नर्इदिल्ली: दुनिया के 99 देशों के साइबर अटैक की चपेट में आने की खबर है। इन देशों में अमरीका, चीन, रूस आैर यूरोपीय देशों के नाम हैं। हमले के लिए रेनसमवेयर नाम के वायरस को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसके कारण ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवाएं काफी प्रभावित हुर्इ हैं।
इंग्लैण्ड के अस्पतालों में साइबर अटैक के चलते कंप्यूटर खोलने में परेशानी आ रही है। कंप्यूटर्स हैक होने के बाद उन्हें खोलने पर पैसों की मांग करने वाला एक मैसेज दिखार्इ देता है, जिसमें फाइल रिकवर करने के लिए पैसे चुकाने की बात कही जा रही है।
भारत पर भी मंडरा रहा है खतरा
रेनसमवेयर कंप्यूटर में मौजूद फाइल्स आैर वीडियोज को इनक्रिप्ट करता है, जिसके बाद इन्हें खोलने के लिए फिरौती देनी पड़ती है। इसके बाद ही कंप्यूटर का सुचारू रूप से उपयोग किया जा सकता है। हालांकि राहत की बात ये है कि ये वायरस अभी तक भारत में नहीं फैला है। बावजूद इसके खतरा लगातार बना हुआ है। साइबर सुरक्षा को लेकर एशियार्इ देश हमेशा से ही फिसड्डी रहे हैं, एेसे में अब साइबर अटैक का खतरा भारत पर भी मंडरा रहा है।
NSA के टूल को बनाया हथियार
हम आपको बता दें कि यह साइबर हमला फिलहाल विंडोज बेस्ड कंप्यूटर्स में हो रहा है आैर खासतौर पर वो कंप्यूटर्स जिनमें एक्सपी इंस्टॅाल है। साइबर सिक्योरिटी से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि हैकर्स ने अमरीका की नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (एनएसए) के टूल को हथियार बनाया है, जिसे एनएसए ने अपने हैकिंग के लिए बनाया था। विकीलीक्स ने इस हैकिंग टूल को लीक कर दिया था। इसी के बाद हैकर्स ने इसका कंप्यूटर हैक करने में फायदा उठाया।
ब्रिटेन, स्पेन आैर रूस ने स्वीकारा
अभी तक ब्रिटेन आैर स्पेन वे पहले देश हैं, जिन्होंने माना है कि साइबर अटैक हुअा है, वहीं पर रूस के गृह मंत्रालय ने भी स्वीकार किया है कि वहां साइबर हमला हुआ है। इन देशों में कर्इ बड़ी कंपनियों को इस हमले से जूझना पड़ रहा है।
एेसे बचें साइबर अटैक से
अपने सिस्टम को साइबर हमले से बचाने के लिए अच्छी कंपनी का एंटी वायरस डालें। साथ ही यदि आपके कंप्यूटर में ये पहले से ही इंस्टाॅल है तो अपडेट करना बिल्कुल भी न भूलें। कुछ महीने पहले माइक्रोसाॅफट ने विंडोज यूजर्स के लिए सिक्योरिटी पैच अपडेट किया था। इसे इंस्टाॅल करें।
Bureau Report
Leave a Reply