जयपुर: गैंगस्टर आनंदपाल के एनकाउंटर की तफ्तीश सीबीआई से कराने के लिए केंद्र को भेजे जाने वाले प्रस्ताव पर गृहमंत्री ने सोमवार को हस्ताक्षर कर दिए। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के अनुमोदन के बाद विभाग ने आदेश जारी किए। यह प्रस्ताव अब केंद्र के कार्मिक विभाग को जाएगा।
तफ्तीश सीबीआई में होगी या नहीं यह सीबीआई ही तय करेगी। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व राज्य से भेजे गए कई मामलों में सीबीआई तफ्तीश से इनकार कर चुकी है। बीकानेर का डेल्टा प्रकरण व गत वर्ष जैसलमेर पुलिस मुठभेड़ में एक युवक की मौत का मामला भी इन्हीं में शामिल है।
रावणा राजपूत व राजपूत समाज के साथ हुए समझौते के बाद गृह विभाग ने पुलिस से प्रस्ताव मांगा था। समझौते में दो एफआईआर का जिक्र था। हालांकि पुलिस मुख्यालय के माध्यम से गृह विभाग पहुंचे प्रस्ताव में तीन मामलों का जिक्र है।
पहला मामला थाना रतनगढ़ का, जो पुलिस ने आनंदपाल सिंह के 24 जून की रात को हुए एनकाउंटर के बाद दर्ज कराया था। दूसरा मामला जसवंतगढ़ थाने का है, जो सांवराद में श्रद्धांजलि सभा के बाद हुए उपद्रव को लेकर दर्ज किया गया था। तीसरा मामला सरकार के साथ समझौते से एनवक्त पहले थाना अशोक नगर में दर्ज कराया गया था।
हालांकि यह मामला भी सांवराद में हुए उपद्रव का ही हिस्सा है। बिना नम्बरी एफआईआर यहां दर्ज होने के बाद इसे तफ्तीश के लिए जसवंतगढ़ थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक की कार जलाने के बाद जवाबी कार्रवाई में मौत का शिकार हुए युवक सुरेन्द्र्र सिंह के घर वालों ने यह एफआईआर दर्ज कराई है। इस एफआईआर में उसके पिता ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि सीबीआई को जाने वाले प्रस्ताव में भी दो एफआईआर का ही जिक्र है।
सीबीआई ही तय करेगी
प्रस्ताव के गृहमंत्री अनुमोदन के बाद विभाग ने आगे की कार्रवाई शुरू की। अनुमोदन के बाद सीनियर डिप्टी सैकेट्री जगदीप सिंह कुशवाह ने आदेश जारी किए। केंद्र के कार्मिक विभाग के बाद यह प्रस्ताव सीबीआई पहुंचेगा।
Bureau Report
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