श्रीनगर/नईदिल्ली: अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह सहित सात व्यक्तियों को मंगलवार को दिल्ली की पटियाला हाऊस कोर्ट में पेश किय जाएगा. इन्हें एनआईए ने आतंकियों को पैसे मुहैया कराने और कश्मीर घाटी में में विध्वंसकारी गतिविधियों के मामलों में अपनी जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया है. दूसरी तरफ अलगाववादियों ने गिरफ्तारी के विरोध में हड़ताल और कश्मीर बंद का आह्वान किया है.
शाह को ‘अल्ताफ फंटूश’ के नाम से भी जाना जाता है और वह जम्मू-कश्मीर पुलिस की हिरासत में था. पुलिस ने इस महीने के शुरू में ईद के तत्काल बाद उसे एहतियाती हिरासत में रखा था. अभियान से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि शाह के अलावा गिलानी के नजदीकी सहयोगियों तहरीके हुर्रियत के प्रवक्ता अयाज अकबर और पीर सैफुल्लाह को भी एनआईए ने घाटी से गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार लोगों में ‘बिट्टा कराटे’ भी शामिल
उन्होंने बताया कि एनआईए ने मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के प्रवक्ता शाहिद उल इस्लाम को भी गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अन्य व्यक्तियों में मेहराजुद्दीन कलवाल और नईम खान (हुर्रियत के गिलानी धड़े के) और फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा कराटे’ शामिल हैं.
जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनके घरों पर एनआईए अधिकारियों ने पिछले महीने छापा मारा था. शाह को तहरीके हुर्रियत में प्रभावशाली व्यक्ति माना जाता है. आतंकवादी संगठन लश्कर- ए-तैयबा के मुखौटा संगठन पाकिस्तान स्थित जमात उल दावा के प्रमुख हाफिज सईद को प्राथमिकी में आरोपी के तौर पर नामित किया गया है. इसके साथ ही इसमें हुर्रियत कान्फ्रेंस (गिलानी और मीरवाइज फारूक के नेतृत्व वाले धड़ों), हिज्बुल मुजाहिदीन और दुख्तरान-ए-मिल्लत का भी नाम है.
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों को दिल्ली लाया गया है और उन्हें मंगलवार को एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा. एनआईए की छापेमारी अलगाववादी समूहों पर नकेल कसने के प्रयासों का हिस्सा थी जो घाटी में विध्वंसकारी गतिविधियों के लिए कथित रूप से धनराशि प्राप्त करते हैं.
छापे में मिली थी आपत्तिजनक सामग्री
केंद्रीय एजेंसी को छापे के दौरान खाता बही, दो करोड़ रुपये नकद के साथ ही लश्करे तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन सहित प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों के लेटरहेड मिले थे. एनआईए की जांच का उद्देश्य आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के पीछे जो लोग हैं उनकी पहचान करना था. इसमें सुरक्षा बलों पर पथराव, स्कूल जलाने और सरकारी प्रतिष्ठानों को क्षति पहुंचाने की साजिश रचने वाले भी शामिल हैं. कश्मीर में 1990 की शुरुआत में आतंकवाद बढ़ने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी केंद्रीय एजेंसी ने अलगाववादियों के वित्तपोषण के सिलसिले में छापेमारी की है.
गिरफ्तारी के विरोध में कश्मीर बंद का आह्वान
आतंकवादियों को पैसे मुहैया कराने के मामले की जांच के सिलसिले एनआईए की ओर से अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के दामाद सहित सात लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में अलगाववादियों ने मंगलवार को कश्मीर बंद का आह्वान किया है.
अलगाववादियों ने एक बयान जारी कर कहा, ‘सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक के संयुक्त प्रतिरोधक नेतृत्व ने मंगलवार को पूरी हड़ताल और कश्मीर बंद का आह्वान किया है, ताकि हुर्रियत नेताओं की मनमानी और अवैध गिरफ्तारियों की निंदा की जा सके.’
Bureau Report
Leave a Reply