जयपुर: राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सर्राफ ने बांसवाड़ा जिले के महात्मा गांधी अस्पताल में नवजात शिशुओं की मृत्यु की घटना की जांच रिपोर्ट के आधार पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) सहित तीन चिकित्सकों को निलम्बित कर दिया एवं पांच चिकित्सकों को उनकी जगब पर रखने के लिए फिलहाल वेटिंग में रखा गया है. साथ ही 3 चिकित्सकों के विरूद्ध एवं 4 नर्सिंग कर्मियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है. एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने मामले की निदेशक (आरसीएच) से इस प्रकरण की जांच करवायी. सराफ एवं प्रमुख शासन सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) वीनू गुप्ता ने आज बांसवाड़ा जिला अस्पताल की स्थिति के बारे में प्राप्त रिपोर्ट की विस्तार से समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
इस रिपोर्ट के आधार पर पीएमओ डॉ. वी.के. जैन, प्रमुख विशेषज्ञ स्त्री रोग डॉ. पी.सी. यादव एवं ब्लॉक पीएमओ डॉ. जितेन्द्र बंजारा को निलम्बित किया गया है. साथ ही बांसवाड़ा में पदस्थ 5 चिकित्सकों डॉ. मनीषा चौधरी, प्रमुख विशेषज्ञ (स्त्रीरोग) डॉ. दिव्या पाठक, डॉ. ओ.पी. उपाध्याय, डॉ. जयश्री जैन एवं कनिष्ठ विशेषज्ञ (स्त्रीरोग) डॉ. शालिनी नानावाटी को पदस्थापन की प्रतीक्षा में डाल दिया गया है.
आदेशानुसार 3 चिकित्सकों डॉ. पुष्पा कुमारी चरपोटा व डॉ. प्रीतेश जैन व डॉ. एम.के. जैन के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है. साथ ही बांसवाड़ा में पदस्थ चिकित्साकर्मी सुन्दरी वैष्णव, इन्दिरा माईडा, सुकली गरासिया व सुन्नी एमटी को निलम्बित कर दिया गया है.
सराफ ने बताया कि कनिष्ठ विशेषज्ञ स्त्रीरोग डॉ. दीप्ति चित्रा, एसएमओ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित श्रीवास्तव, कनिष्ठ विशेषज्ञ स्त्रीरोग डॉ. बनवारी लाल मीना, एसएस स्त्रीरोग डॉ. सत्यनारायण चौबीसा, विशेषज्ञ सर्जरी डॉ. एम.पी. शर्मा एवं एसएमओ डॉ. ओपी. कुलदीप को कार्य व्यवस्था के तहत बांसवाड़ा जिला अस्पताल में पदस्थ किया गया है. इनके अतिरिक्त चिकित्साकर्मी जया आहरी, कीर्ति पठान, दीप्ति सिंह एवं कमला डामोर को जिला अस्पताल के प्रसव कक्ष में पदस्थ किया गया है.
Leave a Reply