नईदिल्ली: कच्चे तेल के बाद भारत ने मंगलवार को अमेरिका से प्राकृतिक गैस का आयात शुरू कर दिया. 20 वर्षीय समझौते के तहत तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की पहले खेप को लुइसियाना से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. सरकारी गैस कंपनी गेल इंडिया ने सालाना 35 लाख टन एलएनजी के लिये लुइसियाना स्थित चेनियर एनर्जी की सबाइन के पास लिक्विफैक्शन इकाई से करार किया है.
मेरिडियन स्पिरिट पर लाद दिया
गेल ने बयान में कहा, ‘कार्गो (माल) को गेल के पहले एलएनजी जहाज मेरिडियन स्पिरिट’ पर लाद दिया गया है. यह एलएनजी सबाइन पास एलएनजी परियोजना में चेनियर एनर्जी की एलएनजी निर्यात सुविधा से निकाली गई है. इस माल को 28 मार्च या उसके आसपास महाराष्ट्र स्थित दाभोल टर्मिनल में खाली किया जाएगा.’
अक्टूबर में आया था कच्चा तेल
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में भारत ने अमेरिका से कच्चे तेल की पहली खेप आयात की थी. अमेरिका ने 1975 में तेल निर्यात पर रोक लगा दी थी. जिसे 2015 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हटाया था. गेल ने दिसंबर 2011 में अमेरिका के एलएनजी निर्यात चेनियर एनर्जी के साथ खरीद एवं बिक्री समझौते (एसपीए) पर हस्ताक्षर किये थे.
एसपीए एक मार्च से प्रभावी
एसपीए एक मार्च से प्रभावी हुआ है. सौदे के तहत चेनियर गेल को सालाना 35 लाख टन एलएनजी की बिक्री और उपलब्धता सुनिश्चित करेगी. गेल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक बीसी त्रिपाठी और चेनियर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक फ्यूस्को की उपस्थिति में सबाइन पास में एक समारोह के बाद जहाज को खेप के साथ रवाना किया गया.
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