नईदिल्ली: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (आठ मार्च) के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी झुंझनूं जा रहे हैं. लोगों के मन में स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठ रहा है कि आखिर प्रधानमंत्री ने इस महत्वपूर्ण मौके पर झुझुनूं जाने का निश्चय क्यों किया? दरअसल दोनों ही बातें एक-दूसरे से जुड़ी हैं. दरअसल राजस्थान का झुंझुनूं जिला बेहद खराब लिंगानुपात के लिए गिना जाता रहा है. लेकिन जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरुआत की है, उसके बाद से इस जिले में अभूतपूर्व ढंग से लिंगानुपात में सुधार हुआ है.
वर्ष 2011 में राजस्थान के 33 जिलों में से सबसे खराब लिंगानुपात झुंझनूं जिले का ही था. उस वक्त इस जिले का लिंगानुपात 1000 पुरुषों पर 837 महिलाओं का था, लेकिन इस अभियान की शुरुआत के बाद यह बढ़कर 955 हो गया है. प्रशासनिक प्रयासों से हुए इस सुधार के लिए झुंझुनूं को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय पिछले दो साल में कई बार सम्मानित भी कर चुका है. इसी वजह से महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहीं से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को विस्तार देने के साथ ही राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरुआत भी करेंगे.
राजस्थान में चुनाव
बताया जा रहा है कि साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह कवायद हो रही है. पीएम मोदी लिंगानुपात में उत्कृष्ट सुधार लाने वाले देश के 10 कलेक्टर्स का सम्मान भी करेंगे. जनवरी 2015 के बाद बेटियों को जन्म देने वाली 200 मांओं से भी मिलेंगे.
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान
22 जनवरी, 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा से इस अभियान की शुरुआत की थी. 100 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हुई यह योजना उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, बिहार और दिल्ली जैसे राज्यों में लिंगानुपात के मामले में जागरूकता बढ़ाने के लिए शुरू की गई थी.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नारी शक्ति को सलाम करते हुए कहा कि हमें महिलाओं की सफलताओं पर गर्व है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘महिला दिवस के अवसर पर नारी शक्ति को शत्-शत् नमन. हमें हमारी नारी शक्ति की उपलब्धियों पर अत्यंत गर्व है.’ एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, ‘नए भारत के निर्माण में अग्रसर नारी शक्ति.’ पीएम मोदी ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘अपने कई आदर्श और अनुकरणीय कार्यों से काफी महिलाओं ने मानवता के इतिहास में अमिट छाप छोड़ी है. वे सभी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देते रहे हैं. मैं आपसे उन कुछ महिलाओं के बारे में लिखने के लिए कहता हूं, जिनसे आपको प्रेरणा मिलती है.
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