नईदिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने एक इंटरव्यू में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि भारत को 10-20 साल आगे की सोचनी चाहिए, जब नौकरियां पैदा करने के लिए अधिक जोर लगाना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि नौकरियां पैदा करने के लिए 7.5 फीसदी ग्रोथ रेट काफी नहीं है. साथ ही उम्मीद जताई कि रिफॉर्म्स को तेज करके भारत 10 फीसदी ग्रोथ रेट को हासिल कर सकता है.
कैसे हासिल होगी 10 फीसदी की ग्रोथ
यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर राजन ने हॉन्ग-कॉन्ग में आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में कहा कि यदि भारत इन्फ्रास्ट्रक्टर तैयार करे, कंपनियों के लिए रास्ता तैयार करे, उनके लिए बिजनेस आसान बनाए और स्वास्थ्य-शिक्षा के साथ मानव पूंजी की गुणवत्ता में सुधार करे तो 10 फीसदी ग्रोथ रेट हासिल कर सकता है. सीएनबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण कदमों की आवश्यकता है. यदि ऐसा किया गया तो भारत 7.5 फीसदी से आगे निकल सकता है.
रिफॉर्म्स में चाहिए और तेजी
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, रिफॉर्म्स को लेकर रघुराम राजन ने कहा, ‘रिफॉर्म्स हो रहे हैं, लेकिन इनकी गति कम है. इस पर तेजी से काम करने की जरूरत है, क्योंकि देश के पास युवा जनसंख्या है और दुनिया बदल रही है और निर्यात के लिए कम ग्रहणशील बन रही है. भारत रातोंरात विशालकाय निर्यातक बन जाता है तो उसका सामान कौन खरीदेगा. इसलिए ग्रोथ के रास्ते पर गंभीरता से सोचना है, यह चीन से अलग होगा. लेकिन, यह बहुत मजबूत रास्ता होगा यदि हम आवश्यक चीजों को करते हैं.’
रिफॉर्म्स में तेजी से हासिल होगी 10 फीसदी ग्रोथ रेट
भारत कब तक 10 फीसदी ग्रोथ रेट हासिल कर सकता है? इसके जवाब में राजन ने कहा कि यह अगले साल लोकसभा चुनाव के बाद हो सकता है, क्योंकि अब रिफॉर्म रोक दिए जाएंगे. उन्होंने कहा, ‘मैं सोचता हूं कि एक हद तक रिफॉर्म्स को अगले चुनाव तक अलमारी में रख दिया जाएगा, लेकिन चुनाव बाद यदि रिफॉर्म्स को गति दें तो कोई कारण नहीं है कि हम 2-3 साल में अधिक तेजी से विकास ना कर सकें.’ उन्होंने भूमि अधिग्रहण और ऊर्जा क्षेत्र में सुधार की जरूरत बताई.
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