नईदिल्ली: श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच में टीम इंडिया ने 175 रनों का लक्ष्य रखा. लेकिन उस मैच का फैसला तभी हो गया था, जब शार्दुल ठाकुर के एक ओवर में श्रीलंका के बल्लेबाज कुशल परेरा ने 27 रन ठोक दिए थे. कुशल परेरा ने इस ओवर में 5 चौके और 1 छक्का जड़ा था. इतने महंगे ओवर से टीम इंडिया अंत तक उबर नहीं पाई और टीम ने वह मैच गंवा दिया. लेकिन सीरीज के दूसरे मैच में शार्दुल ठाकुर ने अपनी पुरानी नाकामी को जल्दी भुला दिया. दूसरे मैच में श्रीलंका के 4 विकेट चटकाकर शार्दुल ठाकुर मैच के हीरो बन गए.
शार्दुल ने इस मैच में श्रीलंका के 4 विकेट चटका कर श्रीलंका को 152 के स्कोर पर रोक लिया. उन्होंने श्रीलंकाई पारी के आखिरी ओवर में 6 रन ही दिए. इस दौरान उन्होंने दो लगातार गेंदों पर दो विकेट चटकाए. हालांकि वह हैट्रिक लगाने से चूक गए.
शरदुल ठाकुर को बखूबी पता है कि सीमित ओवरों की टीम में उन्हें आसानी से मौके नहीं मिलेंगे और यही वजह है कि भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी में वह तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका पूरी शिद्दत से निभाने को तत्पर हैं. ठाकुर के चार विकेट की मदद से भारत ने यहां निदाहास ट्राफी टी20 ट्राइ सीरीज के मैच में श्रीलंका को छह विकेट से हराया. बैकअप तेज गेंदबाज होने की चुनौतियों के बारे में पूछने पर ठाकुर ने कहा, ‘मैने पहले भी एक बात कही है कि मुझे चुनौतियों का सामना करना पसंद है. मैं इसे चुनौती की तरह ले रहा हूं.’
नकल बॉल को बनाया कामयाबी का हथियार
उन्होंने कहा, ‘टीम में अगर बाकी सीनियर गेंदबाज नहीं है तो मुझे अतिरिक्त प्रयास करने होंगे. मैं पहले भी रणजी ट्राफी में मुंबई के लिये जहीर खान, धवल कुलकर्णी और अजित अगरकर की जगह खेल चुका हूं.’ भुवनेश्वर समेत कई भारतीय गेंदबाज ‘नकल बाल ’ (धीमी गेंद का एक प्रकार) खूब डाल रहे हैं जिसका इजाद जहीर ने किया था लेकिन ठाकुर ने कहा कि उन्होंने यह कला खुद सीखी है. उन्होंने कहा, जहीर ने इसकी शुरूआत की, लेकिन मैंने उनके ज्यादा वीडियो नहीं देखे हैं. मुझे हमेशा से पता था कि गेंद पर पकड़ क्या होती है और मैने इसके बाद खुद इसे सीखा.
चार विकेट लेकर श्रीलंका के खिलाफ जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भारत के तेज गेंदबाज शार्दूल ठाकुर ने कहा है कि टीम ने जो रणनीति बनाई थी वह काम आई. भारत ने सोमवार को श्रीलंका को छह विकेट से मात देते हुए सीरीज के फाइनल में जान की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है.
मैन ऑफ द मैच चुने गए शार्दूल ने कहा, “इस अवार्ड के मिलने से मैं बहुत खुश हूं. मैंने हमेशा से भारत के लिए मैच जीतने का सपना देखा था और मैंने यह कर दिखाया. ईमानदारी से कहूं तो मैच शुरू होने से पहले थोड़ी धबराहट थी, लेकिन दबाव नहीं था. इस मैच के लिए कुछ खास तैयारी नहीं की थी बस जो रणनीति बनाई थी वह काम आई.”
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