कैश की किल्लत: केंद्रीय मंत्री का आश्वासन, 2-3 दिनों में दूर होगी दिक्कत.

कैश की किल्लत: केंद्रीय मंत्री का आश्वासन, 2-3 दिनों में दूर होगी दिक्कत.नईदिल्ली: देश के कई राज्यों में कैश की किल्लत की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने आश्वासन दिया है. शिव प्रताप शुक्ला का कहना है कि कैश की किल्लत पर केंद्र सरकार और आरबीआई ने एक कमेटी का गठन किया है, जो जल्द ही समस्या का समाधान करेगी. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि अचानक से इन प्रदेशों में कैश की किल्लत होना बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है. उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा है कि आगामी 2 से 3 दिन में इस समस्या से निपटा जाएगा. 

एक राज्य से दूसरे राज्य में जाएगी नकदी: शुक्ला
शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि वर्तमान समय में रिजर्व बैंक के पास 1,25,000 करोड़ रुपये की नकदी मौजूद है, लेकिन यह समस्या कुछ असमानता के कारण बनी हुई है. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों के पास ज्यादा नकदी मौजूद है तो कुछ के पास कम, इसलिए केंद्र सरकार ने राज्यवार समितियों को गठन किया है. उन्होंने बताया कि यह कमेटी एक राज्य से दूसरे राज्य में नकदी का ट्रांसफर करेगी.

इन राज्यों में कैश की किल्लत
गुजरात, बिहार, तेलंगाना और मध्यप्रदेश में नकदी संकट पैदा हो गया है, जिसके कारण यहां के एटीएम खाली पड़े हुए हैं. जानकारी के मुताबिक इन राज्यों में रिजर्व बैंक की ओर से नकदी का प्रवाह घटने के कारण इस तरह के हालात पैदा हुए हैं. एक बैंक अधिकारी के मुताबिक तीनों राज्यों में नकदी की कमी को पूरा किया जा सके, जिसके लिए तमाम कोशिशें की जा रही है. सभी राज्यों की सरकारें आरबीआई से संपर्क बनाए हुए हैं, ताकि जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित किया जा सके. 

लोगों को हो रही है परेशानी
पटना के गया घाट इलाके में रहने वाले शुभम एक छात्र हैं और घर से दूर रहकर पढ़ाई करने के लिए यहां आए हुए है. उनका कहना है कि वह पिछले एक सप्ताह से इलाके के हर एटीएम का चक्कर काट चुके हैं, लेकिन उन्हें कैश नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि कैश ना मिलने के कारण उन्हें घर सामान खरीदने से लेकर रोजाना के खर्चे उठाने में परेशानी हो रही है. वहीं, दानापुर में रहने वाले विक्रांत का कहना है कि एटीएम में कैश ना होने कारण उन्हें ऑफिस जाने में परेशानी हो रही है, क्योंकि पास तो महीने में एक बार बनता है लेकिन छोटे यात्रा खर्च उन्हें नकदी से उठाने पड़ते हैं, जिसके कारण उन्हें कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

Bureau Report

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