काकड़ा गांव निवासी किसान देवप्रकाश शर्मा ने दिसंबर साल 2004 में गांव में ही रहने वाले ग्राम प्रधान सतीश त्यागी से दो हजार रुपए में एक गाय खरीदी थी. घर वालों ने बड़े प्यार से गाय का नाम गौरी रखा था.
बिना प्रजनन के दे रही थी दूध
ग्रामीणों और परिवार का दावा है कि यह गाय करीब 13 साल से बिना प्रजनन के दूध दे रही थी. देव प्रकाश त्यागी के परिजनों ने बताया कि गौरी रोजाना 14-15 लीटर दूध देती थी. उन्होंने बताया कि गाय ने सिर्फ एक बार ही बछड़े को जन्म दिया था.
जहरीले कीड़े के काटने से हुई थी मौत
जानकारी के मुताबिक, गौरी की मौत 31 मार्च को हुई थी. ग्रामीणों और परिजनों के मुताबिक जहरीले कीड़े के काटने से गाय गौरी की मौत हो गई. गाय की मौत के बाद उसकी शवयात्रा निकाली थी.
फोटो लगाकर दी श्रद्धांजलि
गाय की मौत के बाद पूरे परिवार में गम का माहौल पसर गया. परिवार के लोगों ने पूरे रीति रिवाज के साथ गाय का अंतिम संस्कार किया और मंत्रोच्चार के साथ फोटो लगाकर श्रद्धांजलि दी गई.
भोज में शामिल हुए एक हजार लोग
गौरी की तेरहवीं के मौके पर गांव के करीब एक हजार लोग शामिल हुए. इस भोज में बीजेपी विधायक अजीतपाल भी शामिल हुए.
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