नईदिल्ली: कर्नाटक में जनता दल (सेकुलर)-कांग्रेस गठबंधन सरकार शपथ ले चुकी है और तमाम रुकावटों के बाद केबिनेट विस्तार हो चुका है. लेकिन इस विस्तार के साथ ही विवादों का विस्तार भी होने लगा है. खासकर कांग्रेस में मंत्री पद मांगने वालों की होड़ लगी हुई है. कई मंत्री पोर्टफोलियो के कारण भी गुस्सा में है. अभी खबरें आई थीं कि पूर्व मंत्री एचएम रेवन्ना ने तो पार्टी छोड़ने का ही मन बना लिया है.
अब शनिवार को कांग्रेस के एक और विधायक ने पार्टी से मंत्री पद की मांग कर डाली. कांग्रेस विधायक रामलिंगा रेड्डी के समर्थकों ने अपने विधायक को मंत्री पद देने के लिए धरन प्रदर्शन शुरू कर दिया है. विधायक के समर्थक बेंगलुरु के टाउन हॉल के सामने अपने विधायक के लिए मंत्री पद की मांग कर रहे हैं.
बुधवार (6 मई) को कर्नाटक में मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया था. इसमें 25 विधायकों को कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया गया. इनमें दोनों सहयोगी दलों के 23 विधायकों को, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक तथा एक निर्दलीय विधायक को मंत्री बनाया गया है. मंत्री बनने वाले दोनों सहयोगी दलों के 23 विधायकों में कांग्रेस के 14 तथा जद (एस) के नौ विधायक शामिल हैं.
इसके साथ कांग्रेस में मंत्री पद के लिए लड़ाई तेज हो गई है. अब इस मामले में संसद में विपक्ष के नेता और कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी का बचाव किया है. खड़गे ने कहा, संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए कभी कभी कुछ बलिदान देने पड़ते हैं. हमारे कुछ साथ असंतुष्ट हैं. हाइ कमान या उनके प्रतिनिधि उनसे जल्द ही इस बारे में बात करेंगे.
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