नईदिल्ली: अमेरिका और चीन में ट्रेड वॉर और गहराता जा रहा है. यही वजह है कि दुनियाभर के बाजार टेंशन में हैं. घरेलू बाजार पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. कल के कारोबार में डाओ लगातार पांचवें दिन गिरकर बंद हुआ. वहीं, एशियाई बाजारों में भी कमजोरी नजर आ रही है. अब ट्रंप की नजर चीन से इंपोर्ट होने वाले 200 अरब डॉलर के प्रोडक्ट्स पर है, जिस पर उन्होंने 10 फीसदी की अतिरिक्त ड्यूटी लगाने को कहा है. इस कमजोर ग्लोबल संकोतों के बीच भारतीय बाजारों ने भी कमजोर शुरुआत की है.
सेंसेक्स-निफ्टी की चाल सुस्त
कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी की चाल सुस्त नजर आ रही है. निफ्टी 10750 के नीचे फिसल गया है. वहीं, सेंसेक्स में करीब 150 अंक की गिरावट देखने को मिली है. कारोबार के दौरान स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में भी बिकवाली का दबाव दिख रहा है, जिसके चलते बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.30 फीसदी से गिरकर 16780 के आसपास कारोबार कर रहा है. वहीं, बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.24 फीसदी घटकर कारोबार कर रहा है.
150 अंक नीचे सेंसेक्स
बाजार में बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है. फिलहाल सेंसेक्स 150 अंक यानि 0.41 फीसदी की कमजोरी के साथ 35,401 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. वहीं, निफ्टी 50 अंक यानि 0.47 फीसदी की कमजोरी के साथ 10,749 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा है.
फार्मा और मेटल में मजबूती
कारोबार में फार्मा, पीएसयू बैंक और मेटल को छोड़कर सही अहम सेक्टरों में कमजोरी देखने को मिल रही है. आईटी, एफएमसीजी, ऑटो, रियल्टी और प्राइवेट बैंक शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव देखने को मिल रहा है. बीएसई का रियल्टी इंडेक्स 0.64 फीसदी टूट गया है, जबकि निफ्टी के आईटी इंडेक्स में 0.62 फीसदी और ऑटो इंडेक्स में 0.30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं निफ्टी का एफएमसीजी इंडेक्स 0.5 फीसदी की कमजोरी दिखा रहा है.
बैंक निफ्टी में भी गिरावट
प्राइवेट बैंको में बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है. बैंक निफ्टी 0.25 फीसदी गिरकर 26,340 के आसपास नजर आ रहा है. हालांकि, पीएसयू बैंकों में खरीदारी देखने को मिल रही है, जिससे निफ्टी का पीएसयू बैंक इंडेक्स 0.16 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है. मेटल और फार्मा शेयरों में खरीदारी आई है जिसके चलते निफ्टी का मेटल इंडेक्स 0.25 फीसदी और फार्मा इंडेक्स 0.87 फीसदी बढ़ गया है.
Bureau Report
Leave a Reply