नईदिल्ली: दिल्ली से मेरठ के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक और अच्छी खबर है. जल्द ही रीजनल रेपिड ट्रांसिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के अंतर्गत दिल्ली और मेरठ के बीच ट्रेन की एक नई सुविधा शुरू हो सकती है. ये ट्रेन यात्रियों को बिल्कुल हवाई यात्रा का आनंद देगी. इसके साथ ही 82 किलोमीटर की यात्रा सिर्फ 60 सैकेंड में पूरी होगी. आरआरटीएस के इस प्रोजेक्ट को यूपी सरकार की मंजूरी मिल चुकी है, बस दिल्ली सरकार के अप्रूवल की देर है.
माना जा रहा है कि ये प्रोजेक्ट 2024 तक पूरा हो सकता है. मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ये सुविधा दिल्ली में सराय काले खां से शुरू होगी और मेरठ में मोदीपुरम पर खत्म होगी. ये ट्रेन न्यू अशोकनगर, आनंद बिहार, गाजियाबाद और मोदी नगर से गुजरेगी. इस यात्रा में कुल 24 स्टेशन होंगे. इसमें तीन दिल्ली में पड़ेंगे.
इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. हालांकि ट्रेन शुरुआत में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. इसमें छह कोच होंगे. इसमें एक बिजनेस क्लास और एक कोच पूरी तरह से महिलाओं के लिए आरक्षित होगा. इसके बिजनेस क्लास में हवाई यात्रा की तरह सुविधाएं मिलेंगी. वहीं जनरल क्लास को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा, जिससे उसमें खड़े होने के लिए ज्यादा जगह मिल सके. हालांकि इस ट्रेन का किराया अभी तय नहीं हुआ है.
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी नेशनल केपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) पर है. NCRTC से जुड़े सूत्रों के अनुसार, बिजनेस क्लास में फ्री वाई फाई की सुविधा देने की भी तैयारी है. इसके अलावा बिजनेस क्लास के पैसेंजर को स्टेशन पर बिजनेस लाउंज की भी सुविधा दी जाएगी.
मेट्रो रूट से जुड़े होंगे स्टेशन
इस दिल्ली मेरठ कॉरिडोर को इस तरह से बनाया जा रहा है कि ये ज्यादातर मेट्रो स्टेशन से कनेक्ट रहे. इसकी शुरुआत सराय काले खां से होगी. यहां अंतरराज्यीय बस टर्मिनस है. इसके अलावा हजरत निजामुद्दीन रेल्वे स्टेशन आने और जाने वाले यात्रियों को भी फायदा होगा. इसके अलावा आनंद विहार मेट्रो नेटवर्क से भी ये कॉरीडोर जुड़ा होगा.
कुल 3 कॉरिडोर पर हो रहा है काम
NCRTC दिल्ली, गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के अलावा दो और कॉरिडोर पर काम कर रहा है. इसमें दिल्ली पानीपत और दिल्ली अलवर लाइन शामिल हैं. ये तीनों कॉरिडोर दिल्ली के सराय काले खां से ही शुरू होंगे.
ये सुविधाएं मिलेंगी इस ट्रेन में यात्रियों को
- बिजनेस क्लास में सिटिंग व्यवस्थान एरोप्लेन की तरह होगी.
- ट्रेन में कुल 12 कोच होंगे. हालांकि शुरुआत में सिर्फ 6 कोच की ट्रेन चलाई जाएगी.
- ट्रेन की अधिकतम स्पीड 180 किमी प्रति घंटे होगी. हालांकि इसे शुरुआत में 100 किमी प्रति घंटे के आसपास रखा जाएगा.
- दिव्यांगजनों को ध्यान में रखते हुए ट्रेन और स्टेशन को उनके हिसाब से भी तैयार किया जाएगा.
- सभी कोच पूरी तरह से एयर कंडीशंड होंगे. ट्रेन के गेट एयरक्राफ्ट की तर्ज पर डिजाइन किए जाएंगे.
- ट्रेन में लगेज रेक के साथ साथ सीसीटीवी कैमरों की सुविधा भी होगी. मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट होंगे.
Bureau Report
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