नईदिल्ली: ये बात सुनने में थोड़ी अजीब लगे लेकिन ये सच है कि एक मृतक व्यक्ति उस समय लोक अदालत में उपस्थित हो गया, जब आवाज लगाकर उसे बुलाया गया. इतना ही नहीं उसने सभी जरूरी दस्तावेज पेश कर ये बताया कि वह जीवित है. इसलिए उसे कागजों में भी जिंदा माना जाए. ऐसा उसने इसलिए किया, ताकि उसकी पत्नी को सुहागिन होने का दर्जा वापस मिल सके.
दरअसल ये पूरा मामला है राजस्थान के भीलवाड़ा जिले का. इस जिले के निंबाहेड़ा गांव में गुरुवार को राजस्व लोक अदालत में एक विचित्र वाकया पेश आया. अदालत में आवाज लगाई गई मृतक बंशीलाल राव हाजिर हों. लोग तब हैरान रहे गए, जब तीसरी आवाज लगाते ही बंशीलाल राव हाजिर हो गया.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक सालरमाला की एक महिला बालीदेवी राव ने एसडीएम दिनेश कुमार धाकड़ के सामने अर्जी लगाई थी कि उसके पति बंशीलाल राव जीवित हैं. लेकिन जमाबंदी में 20 साल से पति को मृत और उसके नाम के साथ विधवा दर्ज कर रखा है.
महिला ने अपनी अर्जी में कहा, उसके पति को फिर से जिंदा कर उसे सुहागिन होने का दर्जा दिलाया जाए. इसके बाद एसडीएम दिनेश कुमार धाकड़ ने महिला से इस बात का सबूत मांगा. इस पर उसने कहा, वह मेरे साथ आए हैं. इसके बाद लोक अदालत में आवाज लगाई गई, मृतक बंशीलाल राव हाजिर हों. तीसरी आवाज पर वह हाजिर हो गया. इतना ही नहीं बंशीलाल ने उपस्थित होकर खुद से जुड़े सभी दस्तावेज भी पेश कर दिए.
Bureau Report
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