पटना: पटना के नौंवी क्लास के छात्र आर्यन राज ने बिहार का नाम टेक्नोलॉजी की दुनिया में रोशन किया है. आर्यन ने तीन सॉफ्टवेयर एप बनाए हैं जिसे गूगल ने एडॉप्ट किया है. इसके एवज में गूगल ने आर्यन को दो लाख रुपये इनाम के रुप में ऑफर भी किया था लेकिन आर्यन ने इसे लेने से इंकार कर दिया.
आर्यन आईआईटी में पढ़ाई करना चाहता है और इंजीनियर बनना चाहता है. आर्यन ने जो तीन एप बनाए हैं वो ‘कंप्यूटर शॉर्टकट की’, ‘मोबाइल शॉटकर्ट की’ और ‘व्हाट्सएप क्लीनर लाइट’ है. तीनों ही एप को गूगल ने एडॉप्ट किया है. कंप्यूटर शार्टकट की और मोबाईल साफ्टवेयर की के जरिए किसी भी कंप्यूटर या मोबाइल आपरेटर आसानी से किसी भी साफ्टवेयर फंक्शन को ऑपरेट कर सकते हैं. वहीं व्हाट्सएप क्लीनर लाइट व्हाट्सएप की जंक फाइल को खुद स्कैन कर डिलीट कर देता है. आर्यन ने गूगल की 2 लाख रुपयों की पुरस्कार राशि को लेने से इंकार किया है और गूगल से गुजारिश की है ये गरीबों को दान करने की गुजारिश की है.
आर्यन का ज्यादातर समय मोबाइल और कंप्यूटर पर बीतता है. आम पैरेंट्स की तरह आर्यन के पैरेंट्स को भी ये पंसद नहीं था कि आर्यन मोबाईल और कंप्यूटर पर अपना समय बर्बाद करे. वो भी चाहते थे कि आर्यन पढ़ाई लिखाई और अपने लक्ष्य पर अभी से ध्यान दे. आर्यन के पिता पुलिस पदाधिकारी हैं और कुछ दिन पहले जब उन्हें आर्यन की उपलब्धि का जब पता चला तो उनकी भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. आपको बता दें कि आर्यन दीघा स्थित संत माइकल स्कूल का छात्र है.
आर्यन पहले यूपीएसएसी कंपीट कर प्रशासनिक पदाधिकारी बनना चाहता था. लेकिन बीते दिनों कुछ आईएएस रैंक पदाधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद आर्यन ने अपना मन बदल लिया और आईआईटी में पढ़ाई करना चाहता है. तीन साफ्टवेयर एप के अलावा आर्यन कुछ और प्रोजेक्टस पर भी काम कर रहा है. लेकिन वो क्या कर रहा है ये अभी नहीं बताना चाहता है.
Bureau Report
Leave a Reply