अविश्वास प्रस्ताव से घबराया रुपया, आई इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट, ये होगा नुकसान

अविश्वास प्रस्ताव से घबराया रुपया, आई इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट, ये होगा नुकसाननईदिल्ली: डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को अपने अबतक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. कारोबार के दौरान रुपया 7 पैसे कमजोर होकर 69.12 प्रति डॉलर के भाव पर खुला. जो रुपए का आलटाइम लो लेवल है. जानकारी के मुताबिक, यूएस में इकोनॉमिक डाटा बेहतर रहने से डॉलर में आई मजबूती और घरेलू स्तर पर सरकार के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्ताव टेबल होने से रुपए में कमजोरी गहराई है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि 69.30 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर तक जा सकता है. रुपया के कमजोर होने से आम आदमी के लिए भी खतरा है.

एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट
इससे पहले गुरुवार को भी रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर क्लोज हुआ था. गुरुवार को रुपया 43 पैसे कमजोर होकर 69.05 के स्तर पर बंद हुआ था. यह रुपए का आलटाइम लो क्लोजिंग थी. वहीं, 43 पैसे की कमजोरी रुपए में 29 मई के बाद एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट थी.

अविश्वास प्रस्ताव का असर
शुक्रवार को विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर भी चर्चा होनी है. इससे भी करेंसी मार्केट के सेंटीमेंट खराब हुए हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो घरेलू करंसी को सपोर्ट देने के लिए आरबीआई की ओर से कोई दखल नहीं दी गई है. यही वजह है कि रुपए में रिकवरी नहीं दिखाई दी.

यूएस फेड के बयान से डॉलर मजबूत
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन की अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर उत्साहजनक टिप्पणी से डॉलर के एक साल के उच्च स्तर पर पहुंचने के साथ रुपये में यह गिरावट आई. यूएस फेड ने अमेरिका में धीरे-धीरे ब्याज दरों में बढ़ोतरी का इशारा दिया है. यही वजह है कि दूसरी ग्लोबल करेंसी के मुकाबले डॉलर में मजबूती आई है. 

आम आदमी पर क्या होगा असर
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 भारत अपनी जरूरत का करीब 80 फीसदी पेट्रोलियम प्रोडक्‍ट आयात करता है.
> रुपये में गिरावट से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का आयात महंगा हो जाएगा.
> तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती हैं.
> डीजल के दाम बढ़ने से माल ढुलाई बढ़ जाएगी, जिसके चलते महंगाई में तेजी आ सकती है.
> इसके अलावा, भारत बड़े पैमाने पर खाद्य तेलों और दालों का भी आयात करता है.
> रुपये के कमजोर होने से घरेलू बाजार में खाद्य तेलों और दालों की कीमतें बढ़ सकती हैं.

इस साल 7% से ज्यादा टूटा रुपया 
2018 की शुरुआत से ही रुपया लगातार कमजोर हो रहा है. इस साल में अभी तक रुपया लगभग 7 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है. इससे पहले रुपए ने 28 अगस्त, 2013 को रुपया 68.80 का ऑल टाइम लो पर पहुंचा था.

Bureau Report

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