कराची: दिसंबर 2007 में चुनाव प्रचार के दौरान पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या कर दी गई थी, अब ग्यारह साल बाद उनके बेटे बिलावल भुट्टो को निशाना बनाने की कोशिश की गई. हालांकि इस बार बम या बंदूक की जगह लाठी-डंडों और पत्थर से बिलावल को निशाने बनाने की कोशिश की गई. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के गढ़ ल्यारी में गुस्से से भरे प्रदर्शनकारियों ने पार्टी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो के काफिले पर हमला कर दिया. घटना में दो लोग घायल हो गये और कई वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है.
पुलिस ने बताया कि बिलावल कल ल्यारी के बगदादी इलाके में चुनाव प्रचार कर रहे थे. उसी दौरान करीब 100 प्रदर्शनकारियों ने ‘ बिलावल वापस जाओ ’ के नारे लगाए और उनके काफिले पर पथराव किया. अधिकारियों ने कहा कि पीपीपी अध्यक्ष को कोई चोट नहीं आयी है. हालांकि घटना में एक ट्रक और एक कार क्षतिग्रस्त हुई है.
ल्यारी पीपीपी की पारंपरिक सीट है और बिलावल एनए -247 सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. देश में 25 जुलाई को आम चुनाव होने हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के इकलौते पुत्र और पीपीपी के संस्थापक जुल्फिकार अली भुट्टो के नाती हैं. बिलावल पहली बार आम चुनाव लड़ रहे हैं.
प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि प्रदर्शन शुरू होते ही बिलावल वहां से निकल गये थे.
पार्टी नेता सईद गनी ने कहा कि हमले में दो कार्यकर्ता घायल हुए हैं. उन्होंने हिंसा के लिए अन्य दलों जैसे पाकिस्तान तहरीक – ए – इंसाफ और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट को जिम्मेदार बताया.
शाम में बिलावल ने एक बयान जारी कर कहा कि वह हिंसा से नहीं डरेंगे.
प्रवक्ता के अनुसार , पीपीपी अध्यक्ष ने कहा , ‘ल्यारी मेरे खून में है. मैं पार्टी के चुनावी घोषणापत्र के साथ देश के कोने – कोने तक जाऊंगा. हमें इन हिंसक तत्वों को हराना है , उनके सामने घुटने नहीं टेकने हैं. ऐसी ताकतें मुझे डरा नहीं सकती .’
Bureau Report
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