नईदिल्ली: कांग्रेस और टीडीपी के द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर एक ओर जहां विपक्ष सरकार के खिलाफ लामबंद दिखाई दे रहा है, वहीं सरकार की सहयोगी शिवसेना ने भी वोटिंग के वक्त सरकार का साथ नहीं देने का फैसला किया है. वहीं ओडिशा में सत्ता पर काबिज नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले ही सदन से वॉकआउट कर दिया. इस तरह दोनों पार्टियों ने भाजपा का साथ नहीं दिया. लेकिन इन्होंने एक तरह से भाजपा की मदद ही कर दी.
अगर लोकसभा की मौजूदा स्थिति पर नजर डालें तो अभी सदन में 524 सदस्य हैं. एनडीए के साथ 315 सदस्य हैं. वहीं यूपीए के साथ 63 सदस्य हैं. ऐसे में सबकी निगाहें शिवसेना, बीजेडी, अन्नाडीएमके और टीआरएस पर सबकी निगाहें थीं. इसमें शिवसेना के पास 18 सांसद, बीजेडी के पास 19, अन्नाडीएमके पास 37 और टीआरएस के पास 11 सांसद हैं.
अब बीजेडी और शिवसेना के वोटिंग के बहिष्कार के फैसले से लोकसभा में 524 का आंकड़ा कम होकर 487 पर आ गया है. अब बहुमत का आंकड़ा कम होकर 248 पर आ गया है. अभी तक सदन में बहुमत का आंकड़ा 268 था. इसमें भाजपा के पास ही 273 सांसद थे.
Bureau Report
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