नईदिल्ली: राजधानी व दुरंतो रेलगाड़ियों में यात्रा करने के दौरान आपके खाने की थाली का वजन पहले से कुछ कम होगा. हालांकि रेलवे का दावा है कि खाने की गुणवत्ता व उसे परोसे जाने का तरीका पहले से कहीं बेहतर होगा. वहीं यात्रियों को खाने के आपको कई विकल्प भी उपलब्ध कराए जाएंगे.
150 ग्राम घटेगा थाली का वजन
रेलवे की ओर से अब तक राजधानी व दुरंतो गाड़ियों में दिए जाने वाले खाने का वजन लगभग 900 ग्राम होता है. 15 जुलाई से इसे घटा कर 750 ग्राम किए जाने की तैयारी है. खाने में दाल व सब्जी की मात्रा 30 ग्राम घटाया जाएगा. वहीं सूप व मक्खन व कुछ वस्तुओं में से 90 ग्राम की कमी की जाएगी.
बेहतर होगी खाने की गुणवत्ता
रेल यात्री आए दिन खाने की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत करते थे. इसको ध्यान में रखते हुए रेलवे ने थाली में परोसी जाने वाली दाल को और गाढ़ा करने का निर्णय लिया है. पनीर की सब्जी में मौजूद ग्रेवी को और गाढ़ा बनाया जाएगा. वहीं मांसाहारी भोजन खाने वालों को अब बिना हड्डियों के बोनलेस चिकन दिया जाएगा. खाने में एक अतिरिक्त सब्जी दी जाएगी. यह मौसम के अनुरूप उपलब्ध सब्जियों के आधार पर उपलब्ध कराई जाएगी.
सेकेंड मील में बदलाव
पहले शाकाहारी खाना खाने वाले यात्रियों को सिर्फ पनीर का ही विकल्प मिलता था. लेकिन अब लम्बी दूरी की राजधानी व दुरंतो गाड़ियों में अब सेकेंड मील के तौर पर कोफते व कढ़ी का विकल्प दिया जाएगा.
बदलेगा खाना परोसने का तरीका
रेलगाड़ियों में खाना परोसने के तरीके में काफी बदलाव किए गए हैं. खाना परोसने वाले शिक्षित होंगे, विमानों की तरह ट्रॉली में रख कर खाना परोसा जाएगा, खाना परोसने वाले हैंड सेनेटाइजर का प्रयोग करेंगे. जिस ट्रे में खाना परोसा जाएगा वह बायोडिग्रेडेबल होगी.
Bureau Report
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