पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर डिनर के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह गुरुवार रात तकरीबन 8:20 पर पहुंचे. डिनर के बाद अमित शाह करीब रात 10 बजकर 30 मिनट पर नीतीश कुमार के आवास से बाहर निकले. अमित शाह देर रात राज्यपाल सतपाल मलिक से भी मुलाकात करने गए. नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच लगभग दो घंटे 10 मिनट मुलाकात चली.
अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात को लेकर विरोधी लगातार तंज कस रहे हैं. वहीं, जेडीयू ने विरोधियों पर पलटवार किया है.
जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि एनडीए नेताओं का भोज कल (गुरुवार की) रात हो गया, लेकिन महागठबंधन के नेताओं का पेट आज सुबह से खराब हो गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेता अब तेजप्रताप यादव हैं. पेट खराब है तो कहीं बैठ जाइए. चिंता नहीं कीजिए सरकार ने हैंडपम्प लगवा दिया है.
मुलाकात से पहले बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा था, ‘नीतीश कुमार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को विस्तृत बिंदुवार स्पष्टीकरण देंगे कि उन्होंने जून 2010 में नरेंद्र मोदी का भोज अंतिम क्षणों में क्यों रद्द किया था और अब मजबूरन किन परिस्थितियों में आपको भोज दिया जा रहा है. शायद कहेंगे कि तब मैं मज़बूत था अब मजबूर हूं.’
नीतीश कुमार और अमित शाह की मुलाकात के बाद बिहार सरकार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बातचीत में ज़ी मीडिया को बताया कि दोनों नेताओं ने अकेले में भी बातचीत की. वहीं इन दोनों प्रमुख नेताओं के बीच आज संपन्न हुई मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमित शाह का बुके देकर अपने आवास पर स्वागत किया. इस डिनर पार्टी में अमित शाह के साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय, मंत्री मंगल पांडेय, भूपेंद्र यादव, अश्विनी चौबे, नंदकिशोर यादव समेत बीजेपी के कई नेताओं ने शिरकत की. वहीं, जेडीयू नेताओं में मुख्यमंत्री के अलावा उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों में ललन सिंह, बिजेंद्र यादव, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह शामिल हुए. कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार और अमित शाह में डिनर डिप्लोमेसी के जरिये बिहार में सीटों के बंटवारे को सुलझाने का प्रयास किया गया.
Bureau Report
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