हैदराबाद: तेलंगाना में समय से पहले चुनाव कराने के मुद्दे पर चुनाव आयोग आज (शुक्रवार) चर्चा कर सकता है. वहीं, राज्य में अचानक हुई सियासी हलचल के बाद बीजेपी ने भी स्थानीय नेताओं और मंत्रियों के साथ आज एक बैठक का आयोजन किया है. बीजेपी के सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, आज होने वाली इस बैठक में जल्द विधानसभा चुनाव होने पर पार्टी की क्या रणनीति रहेगी इस पर भी चर्चा की जाएगी. गौरतलब है कि तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल जून 2019 तक था. माना जा रहा है कि पार्टी लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव एक साथ होने की स्थिति में ‘‘केसीआर बनाम मोदी’’ मुकाबले को भी टालना चाहती थी.
टीआरसी को टक्कर देगी भाजपा!
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि वह तेलंगाना विधानसभा चुनाव में टीआरएस को सबसे बड़ी चुनौती देने वाला दल होगा क्योंकि कांग्रेस की कोई साख नहीं है और वह काफी बंटी हुई पार्टी है. तेलंगाना मंत्रिमंडल ने विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने से कई महीने पहले ही उसे भंग करने की सिफारिश की है. दरअसल तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की यह उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के करिश्मे और विभाजित विपक्ष से पार्टी को फिर सत्ता में पहुंचने में मदद मिलेगी.
राव ने की 105 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा
इस बीच राव ने विधानसभा की 119 सीटों में से 105 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. पार्टी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए उसे तेलंगाना की सबसे बड़ी दुश्मन बताया. राव ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देश का ‘‘सबसे बड़ा मसखरा’’ बताया. हालांकि उन्होंने भाजपा की आलोचना से परहेज किया. हफ्तों से चल रही अटकलों को विराम देते हुए, मुख्यमंत्री राव ने राज्य कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की जिसमें विधानसभा भंग किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया.
कार्यवाहक सीएम बनें रहेंगे राव
राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन ने सिफारिश को स्वीकार कर लिया और 2014 में बनी राज्य की पहली सरकार के मुखिया राव को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर पद पर बने रहने को कहा गया. राजभवन ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद की सिफारिश को स्वीकार करते हुए राज्यपाल ने चंद्रशेखर राव और उनकी मंत्रिपरिषद को कार्यवाहक सरकार के रूप में काम करते रहने का अनुरोध किया. चंद्रशेखर राव ने इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया. कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे चंद्रशेखर राव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच ‘‘संदिग्ध समझौते” का नतीजा बताया.
विधानसभा की स्थिति
कुल सीट : 119
टीआरएस : 90
कांग्रेस : 13
भाजपा : 05
Bureau Report
Leave a Reply