बच्चों के गेम डाउनलोड करें तो रहें अलर्ट, आपके मासूम की जानकारी का हो रहा दुरुपयोग

बच्चों के गेम डाउनलोड करें तो रहें अलर्ट, आपके मासूम की जानकारी का हो रहा दुरुपयोगन्यूयॉर्क: बच्चों के लिए मोबाइल,टैब में गेम डाउनलोड करना हमारे लिए कोई नई बात नहीं है. लेकिन आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि बच्चों के लिए डाउनलोड होने वाले इन गेम के जरिए उनकी निजी जानकारी दूसरे प्लेटफॉर्म पर भेजी जा रही है. इस चौंकाने वाले मामले का खुलासा अमेरिका में हुआ है. इससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. किम स्लिंगरलैंड नाम की महिला ने पिछले दिनों अपने पांच साल के बच्चे के लिए एक रेसिंग एप डाउनलोड किया. उन्होंने इस बात की पूरी तस्दीक भी कर ली कि वह फैमिली सेक्शन से है. ये एप लाखों बार डाउनलोड किया जा चुका है. इसमें बच्चे कार्टून कार के साथ रेस करते हैं. लेकिन बच्चों के माता पिता को ये पता नहीं है कि ऐसे एप के माध्यम से उनके बच्चे की जानकारी कहीं और पहुंच रही है.

पिछले महीने इस बात का खुलासा हुआ कि इस एप के माध्यम से यूजर्स का डेटा शेयर किया गया. इसमें डिवाइस इस्तेमाल करने वाले की लोकेशन तक कंपनी को भेजी गई. इसमें आधा दर्जन विज्ञापन कंपनियां शामिल हैं. मंगलवार  शाम (11 सितंबर 2018) को न्यू मैक्सिको के अटॉर्नी जनरल इस मामले के खिलाफ एक याचिका दाखिल कर दी. उनके अनुसार, ये एप बनाने वाली कंपनियां कानून का खुला उल्लंघन कर रही हैं. इस तरह से एंड्राइड एप के जरिए ये कंपनियां हजारों लाखों बच्चों का डेटा बेच रही हैं.

किम स्लिंगरलैंड का कहना है कि ये किसी भी तरह सही नहीं है. न्यू मैक्सिको के अटॉर्नी जनरल ने अपनी याचिका एप बनाने वाली टिनी लैब प्रोडक्शन, गूगल, ट्विटर के अलावा तीन और कंपनियों के खिलाफ दायर की है. उनका कहना है कि गूगल ने इस मामले में पैरेंट्स को मिसलीड किया है. उन्होंने एप को फैमिली सेक्शन में रखा, लेकिन उनकी जानकारी दूसरी पार्टी को बेच दी.

न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, जब इस बात का विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि दूसरे एप भी बच्चों का डेटा बेच रही हैं. इस मामले में जब बच्चों के 20 एप का विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि गूगल को सपोर्ट करने वाले एंड्राइड और आईफोन पर सपोर्ट करने वाले iOS सिस्टम पर 10 ऐसे एप हैं जो नियमों का उल्लंघन करते हुए बच्चों के डेटा एक दूसरे को शेयर कर रहे हैं.

कानून के लिहाज से बात करें तो डिजीटल प्राइवेसी प्रोटेक्शन में वयस्कों के लिए कोई खास सहूलियत नहीं है. लेकिन 13 साल से कम उम्र के बच्चों को फेडरल कानून के तहत पूरी सुरक्षा मिली हुई है. द चिल्ड्रन ऑनलाइन प्राइवेसी प्रोटेक्शन एक्ट उन्हें पूरी सुरक्षा देता है. बिना उनके पेरेंट्स की अनुमति के बच्चों की साइट और एप वहां से किसी भी तरह का डेटा नहीं ले सकते हैं. इसमें उनका नाम ईमेल एड्रेस लोकेशन आदि आते हैं.

Bureau Report

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