नवादा: सरकारी संस्थानों में संसाधनों के विकास का बिहार सरकार लाख दावा कर ले, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रहा है. नवादा में एक परीक्षा केंद्र का अनोखा नजारा देखने को मिला. यहां परीक्षार्थी अपने साथ इमरजेंसी लाइट लेकर परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे. तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि कैसे परीक्षार्थी इमरजेंसी लाइट की रोशनी में परीक्षा दे रहे हैं.
मामला नवादा के सत्येंद्र हाईस्कूल का है, जहां इन दिनों डीएलएड की परीक्षा हो रही है. कमरे में कम रोशनी होने के कारण परीक्षार्थियों को अपने साथ इमरजेंसी लाइट लाना पड़ रहा है.
इस पूरे मामले पर केंद्र अधीक्षक का कहना है कि बिजली के लिए विभाग को आवेदन दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसलिए परीक्षार्थी अपने साथ इमरजेंसी लाइट लेकर पहुंचे. इस सेंटर पर एनआईओएस की डीएलएड की परीक्षा चल रही है. इसमें सरकारी और प्राइवेट स्कूल के प्रशिक्षु शिक्षकों ने भाग लिया.
सत्येंद्र नारायण सिन्हा इंटर विद्यालय में दर्जनों परीक्षार्थियों को अंधेरे की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इस परीक्षा केंद्र पर अनेकों परीक्षार्थी इमरजेंसी लाइट की रोशनी के सहारे परीक्षा देते नजर आए. डीएलएड की यह लिखित परीक्षा दोपहर दो बजे शुरू हुई. कुछ ही देर बाद परीक्षा केंद्र के कई कमरों में अंधेरा छा गया. इसके बाद परीक्षार्थियों को रोशनी के लिए इमरजेंसी लाइट और मोमबत्तियों का सहारा लेना पड़ा.
इस पूरे मामले में सबसे दिलचस्प बात यह हा कि रोशनी की वैकल्पिक व्यवस्था परीक्षार्थियों को खुद करनी पड़ी. परीक्षार्थियों ने बताया कि पहले दिन की परीक्षा में उन्हें रौशनी के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लिहाजा, अगले दिन की परीक्षा को लेकर सभी इमरजेंसी लाइट साथ में लाए थे. स्कूल प्रबंधन का साफ कहना है कि व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए उनके पास राजस्व की कमी है, लिहाजा परीक्षार्थियों को खुद यह व्यवस्था करनी पड़ी.
Bureau Report
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