नईदिल्लीः बॉम्बे हाईकोर्ट ने बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (BEST) कर्मचारियों को 1 घंटे के अंदर हड़ताल खत्म करने का आदेश दिया है. हाईकोर्ट के आदेश केबाद बेस्ट के कर्मचारी हड़ताल खत्म करने पर राजी हो गए है. बेस्ट के कर्मचारी वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर पिछले 9 दिनों से हड़ताल पर है. बेस्ट कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म करने का ऐलान हाईकोर्ट द्वारा इस पूरे मामले को सुलझाने के लिए मीडिएटर नियुक्त किए जाने के बाद किया गया. कोर्ट ने इस मामले में हाईकोर्ट के पूर्व जज को मीडिएटर नियुक्त किया है.
याचिकाकर्ता के वकील दत्ता माने के मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘सरकार ने जनवरी से वेतन बढ़ोतरी का आश्वासन दिया है, हड़ताल एक घंटे में हड़ताल खत्म होगी. उच्च स्तरीय कमेटी में सभी 10 मुद्दों पर यथाशीघ्र विचार कर निर्णय लिया जाएगा. इसके साथ ही हड़ताल पर गए कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी.’
कोर्ट में दलील देते हुए कर्मचारी यूनियन के वकील ने कहा, ‘हम हड़ताल खत्म करने के लिए तैयार है, लेकिन हमारी दो अहम मांगे है. पहली हम केवल बेस्ट से कोई डील नहीं करना चाहते हैं. हम चाहते है कि इसमें कोई ऐसा शख्स मध्यस्थता करे जो हमारे मुद्दों को समझता हो लेकिन वह ब्यूरोक्रेट ना हो. दूसरा हम 10 चरणों वाले इंक्रीमेंट की जगह 15 चरणों वाले इंक्रीमेंट की मांग करते हैं.’
यह बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (BEST) के इतिहास में अब तक की सबसे लंबी हड़ताल है. विभिन्न मांगों को लेकर आठ जनवरी से बेस्ट के 32 हजार से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर हैं. उनकी मांगों में वेतन वृद्धि, कनिष्ठ स्तर के कर्मचारियों के लिए वेतन मान में सुधार और नुकसान में चल रही बेस्ट के बजट का बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के बजट के साथ विलय शामिल हैं.
हाईकोर्ट ने मंगलवार को बेस्ट कर्मचारी संघ को हड़ताल वापस लेने पर अंतिम निर्णय लेने और बुधवार तक अदालत को उसकी सूचना देने का निर्देश दिया था. बेस्ट ने अदालत को बताया था कि वह अपने कर्मचारियों को अंतरिम वेतन वृद्धि देने पर राज्य सरकार की उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा सुझाए गए कदमों को लागू करना चाहता है. इसके बाद अदालत ने ये निर्देश दिए.
मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने सिफारिश की कि हड़ताल बंद करने के लिए अंतरिम राहत के तौर पर समयबद्ध तरीके से करीब 15,000 कर्मचारियों के लिए वेतन में ‘10 चरण की वृद्धि’ दी जाए. हालांकि बेस्ट कर्मचारी संघ के नेता शशांक राव ने मंगलवार को प्रस्ताव खारिज कर दिया. संघ बेस्ट के बजट का बीएमसी में विलय करने की अपनी मांग को लेकर अड़ा हुआ है. बेस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार इस मांग पर गंभीरता से विचार कर रही है.
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘उच्चाधिकार प्राप्त समिति दोनों बजटों का विलय करने पर गंभीरता से विचार कर रही है. इस पर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है.’’ इस बीच, हड़ताल के कारण यात्रियों की मुसीबतें बनी हुई है. हालांकि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) ने उनकी परेशानियों को कम करने के लिए अपनी बसें उतारी हैं. बेस्ट के एक ड्राइवर ने असुविधा के लिए यात्रियों से माफी मांगी लेकिन साथ ही उनसे बस कर्मचारियों के सामने पेश आ रही समस्याओं को समझने की अपील भी की.
ड्राइवर ने कहा, ‘‘हम पिछले कुछ वर्षों से आर्थिक रूप से परेशान चल रहे हैं. हमारे पास हड़ताल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था लेकिन हमें उम्मीद है कि यह जल्द खत्म हो जाएगी.’’ कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली. बेस्ट के बेड़े में 3,200 से अधिक बसें हैं जो महानगर और पड़ोसी ठाणे जिले तथा नवी मुंबई में चलती हैं. मुंबई में लोकल ट्रेनों के बाद यह यातायात का दूसरा सबसे बड़ा साधन है. बेस्ट की बसों में हर दिन 80 लाख से अधिक यात्री सवार होते हैं.
Bureau Report
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