लखनऊ: संघ सरकार्यवाह भैयाजी जोशी के 2025 तक राम मंदिर निर्माण वाले बयान पर इकबाल अंसारी ने पलटवार किया है. बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि जब अयोध्या मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो नेता कैसे तारीख तय कर सकते हैं. उनका यह भी कहना है कि इस तरीके के बयान से मोदी सरकार की बदनामी होगी क्योंकि केंद्र सरकार और यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार, दोनों ही बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं.
इकबाल अंसारी ने यह भी कहा है कि अयोध्या विवाद का हल सुप्रीम कोर्ट ही निकाल सकता है. सुप्रीम कोर्ट ही तारीख को तय कर सकता है और सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा, उसको दोनों पक्ष मानेंगे.
बता दें कि प्रयागराज में संघ के सरकार्यवाह भैया जी जोशी ने कुंभ मेले में हुए एक कार्यक्रम में केंद्र की मोदी सरकार पर इशारों में निशाना साधा और व्यंग्य करते हुए कहा कि राम मंदिर साल 2025 में बनेगा. भैया जी जोशी ने इस कार्यक्रम में राम मंदिर पर बोलते हुए कहा कि अयोध्या में साल 2025 में जब राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा तो देश तेजी से विकास करने लगेगा. उनके मुताबिक देश में विकास की गति उसी तरह बढ़ेगी, जैसी साल 1952 में सोमनाथ में मंदिर निर्माण के बाद शुरू हुई थी.
इस कार्यक्रम में भैया जी जोशी ने साफतौर पर कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर अब भी बहुत सी चुनौतियां हैं, जिनसे निपटने की ज़रूरत है. उनके मुताबिक़ अयोध्या में राम मंदिर सिर्फ एक मंदिर का निर्माण नहीं है, बल्कि यह करोड़ों हिन्दुओं की आस्था व सम्मान से भी जुड़ा हुआ है.
कुंभ मेले में हरिद्वार की संस्था दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित सेमिनार में संघ के सर कार्यवाह भैया जी जोशी ने सिर्फ मंदिर ही नहीं बल्कि विकास के मुद्दे पर भी मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने मोदी सरकार के विकास के दावों की भी हवा निकाली और कहा कि विकास को गति तब मिलेगी, जब साल 2025 में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा. उन्होंने विकास के उदाहरण के रूप में 1952 के साल का जिक्र किया, जब पंडित नेहरू की अगुआई में कांग्रेस की निर्वाचित सरकार बनी थी.
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