नोएडाः पुलवामा हमले पर कश्मीरी छात्र ने फेसबुक पर शेयर किया विवादित पोस्ट, कॉलेज ने किया निलंबित

नोएडाः पुलवामा हमले पर कश्मीरी छात्र ने फेसबुक पर शेयर किया विवादित पोस्ट, कॉलेज ने किया निलंबितनोएडा: ग्रेटर नोएडा स्थित एक कॉलेज ने पुलवामा आतंकवादी हमले के बारे में फेसबुक पर कथित तौर पर विवादास्पद टिप्पणी करने को लेकर एक कश्मीरी छात्र को निलंबित कर दिया है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के एमबीए अंतिम वर्ष के छात्र इशफाक अहमद ख्वाजा ने दावा किया कि उसकी तस्वीर लगाकर एक फर्जी प्रोफाइल से शुक्रवार को पोस्ट डाला गया था. चीफ प्रॉक्टर संजय पचौरी ने कहा कि कॉलेज की छुट्टियों में पिछले कुछ दिनों से अपने गृह शहर कुपवाड़ा में रह रहे इशफाक ख्वाजा को कॉलेज प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस के समक्ष एक शिकायत दायर करने को कहा था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया.

खोजा को एक पत्र में कॉलेज ने शुक्रवार को कहा, ”16 फरवरी 2019 को आपने कहा था कि आपका फेसबुक आईडी राष्ट्र विरोधी गतिविधि के इस्तेमाल के लिए हैक कर लिया गया था. इस विषय में आपको संबंधित थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराने को कहा गया था और हमें एक प्रति देने को कहा था.” इसमें कहा गया है, ”अपने बयान को पुष्ट करने में एफआईआर की प्रति देने में आप विफल रहे हैं.”

बता दें इससे पहले जयपुर के निम्स यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली कश्मीरी छात्राओं ने पुलवामा की घटना के बाद आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाला था, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने आरोपी छात्राओं को हिरासत में लिया था. इन कश्मीरी छात्राओं को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस के सुपर्द किया था. वहीं जम्मू-कश्मीर के ही एक अन्य युवक ने भी पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद एक आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिसमें युवक ने लिखा था “Ataah Wanaaan Surgical Strike”, जिसका मतलब होता है, ‘इसे कहते हैं सर्जिकल स्ट्राइक.’

बता दें जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले में 44 जवान शहीद हो गए, जिनमें से 40 जवानों की पहचान उनके आधार कार्ड, आईडी कार्ड तथा कुछ अन्य सामानों के जरिए ही हो पाई. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि भीषण विस्फोट से जवानों के शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गए थे, इसलिए उनकी शिनाख्त करना मुश्किल काम था. इन शहीदों की पहचान आधार कार्ड, बल के आईडी कार्ड, पैन कार्ड अथवा उनकी जेबों या बैगों में रखे छुट्टी के आवेदनों से की जा सकी.

Bureau Report

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