पैसे निकालने वाले का विडियो बनाकर पता लगाते थे पासवर्ड, फिर खाली कर देते थे खाता.

पैसे निकालने वाले का विडियो बनाकर पता लगाते थे पासवर्ड, फिर खाली कर देते थे खाता.नईदिल्ली: क्लोन्ड एटीएम कार्ड तैयार कर तीन शातिर लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे पार कर देते थे। दिल्ली मेट्रो पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने तीन रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से पुलिस ने 13 क्लोन एटीएम कार्ड, तीन मोबाइल फोन, एक स्किमिंग डिवाइस और करीब पौने दो लाख रुपये बरामद किए गए हैं।

डीसीपी दिनेश कुमार गुप्ता के मुताबिक, आरोपियों की पहचान बिहार के गया निवासी नीतीश कुमार, मुकेश कुमार और नवीन कुमार के रूप में हुई है। पूछताछ में पता चला कि नवीन और मुकेश चचेरे भाई हैं और नीतीश उनका जीजा है। नीतीश ने पुलिस को बताया कि वह बिहार के रजोली में मालगाड़ियों से राजस्व वसूलता था। यहीं उसकी मुलाकात विक्रम नाम के युवक से हुई। विक्रम ने उसे स्किमिंग डिवाइस के जरिए पुराने एटीएम कार्ड से क्लोन कार्ड तैयार कर जल्द रुपये कमाने का तरीका बताया।

विक्रम ने उसे स्किमिंग डिवाइस दी। उसने बताया कि वह एटीएम के पास खड़े होकर रुपये निकालने वाले का विडियो बनाते थे, जिसके जरिए वह ग्राहकों का पिन नंबर का पता लगा लेते थे। फिर मोबाइल ऐप्लिकेशन के जरिए अपने पुराने कार्ड से ग्राहक के कार्ड का क्लोन तैयार कर लेते थे। उसके बाद एटीएम से ग्राहक के अकाउंट से रुपये निकाल लेते थे। दरअसल, 7 फरवरी को कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर एक युवती ने केस दर्ज कराया। बयान दिया कि मेट्रो स्टेशन स्थित एटीएम से रुपये निकाले थे। उसके बाद से लगातार उसके बैंक अकाउंट से रुपये निकाले जा रहे हैं।

पुलिस ने मामला दर्ज कर कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर लगे एटीएम के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, जिसमें पुलिस ने तीन युवकों को एटीएम के पास संदिग्ध हालत में घूमते देखा। पुलिस ने उन युवकों का फोटो सभी मेट्रो थानों को मुहैया करवाया। 12 फरवरी को पुलिस को सूचना मिली कि बताए गए हुलिए के तीन युवक राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर मौजूद हैं। पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। उस समय तीनों राजीव चौक स्थित एटीएम बूथ पर मौजूद थे और रुपये निकालने वाले का विडियो बना रहे थे।

Bureau Report

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