प्रयागराज: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की धर्म संसद में शुक्रवार (01 फरवरी) को चर्चा का केंद्र बिंदु अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण रहेगा. दो दिवसीय इस धर्म संसद के अंतिम दिन संत महात्माओं की संख्या बढ़ने की संभावना है. विश्व हिंदू परिषद के महासचिव मिलिंद परांदे ने बताया कि धर्म संसद के आज (शुक्रवार) दूसरे दिन राम मंदिर का मुद्दा चर्चा के केंद्र में रहेगा. यह धर्म संसद दोपहर एक बजे शुरू होगी जिसमें सर संघचालक मोहन भागवत, श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास और सभी अखाड़ों के आचार्य महामंडलेश्वरों के रहने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को शुरू हुई इस धर्म संसद में सबरीमाला को लेकर चल रहे संघर्ष पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू समाज को सचेत किया था और कहा था कि हिंदू समाज की भावना को ठेस पहुंचाने के लिए नई नई योजनाएं चल रही हैं.
धर्म संसद में पहले दिन जगद्गुरू रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य जी महाराज, जगद्गुरू रामानुजाचार्य हंसदेवाचार्य जी महाराज, निर्मल पीठाधीश्वर श्रीमहंत ज्ञानदेव, स्वामी जितेंद्रनाथ, सतपाल महाराज, स्वामी वियोगानंद जी महाराज, नृत्यगोपालदास जी महाराज, अखाड़ों के प्रतिनिधियों सहित 200 से अधिक संत उपस्थित रहे थे.
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