कश्मीर में लोकसभा-विधानसभा चुनाव साथ कराने की तैयारी, इसलिए तारीखों के ऐलान में देरी

कश्मीर में लोकसभा-विधानसभा चुनाव साथ कराने की तैयारी, इसलिए तारीखों के ऐलान में देरीश्रीनगर : चुनाव आयोग लाेकसभा चुनाव के साथ ही जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करवाने की तैयारी कर चुका है। आखिरी वक्त पर यह योजना बनने के चलते आम चुनाव की घोषणा में देरी हाे रही है। सूत्राें के अनुसार, चुनाव की घोषणा साेमवार या उसके बाद कभी भी हो सकती है। चुनाव इस बार भी 7 से 9 चरणों में ही हाेगा। जम्मू-कश्मीर के अलावा ओडिशा, आंध्र, सिक्किम और अरुणाचल के विधानसभा चुनाव भी आम चुनाव के साथ हाेंगे। 

नई लाेकसभा और इन राज्याें में विधानसभा के गठन की तारीखाें के अनुसार चुनाव आयाेग अब विभिन्न चरणाें काे अंतिम रूप देने में जुटा है। आयोग के एक शीर्ष पदस्थ सूत्र ने बताया कि संबंधित पक्षों की रायशुमारी और सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा के बाद आयाेग जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव लाेकसभा के साथ करवाने पर सहमत हुआ है।

आयोग ने सभी पक्षों से बात की

आयोग ने पिछले दिनाें जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सभी पक्षों से बातचीत की थी। जम्मू-कश्मीर के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंधों का ब्लू प्रिंट आयोग को मिल चुका है। सुरक्षा बलों की आवाजाही की योजना को भी अंतिम रूप दे दिया गया है। पिछले आम चुनाव में देशभर में सवा नौ लाख मतदान केंद्र थे। इनकी संख्या में 8 से 10% वृद्धि संभव है।

आम चुनाव में सिर्फ तीसरी पीढ़ी की ईवीएम

  • चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में पूरी तरह टैंपर प्रूफ कही जाने वाली तीसरी पीढ़ी की ईवीएम ही इस्तेमाल करने का फैसला किया है।
  • 16 लाख नई मशीनें खरीदी गई हैं। छेड़छाड़ की कोशिश होते ही यह मशीन फैक्ट्री सेटिंग मोड में चली जाएगी और इसे इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। कंपनी में ही इन्हें दाेबारा शुरू किया जा सकेगा। इन मशीनाें से छेड़छाड़ की कोशिश करने वाले की पहचान भी संभव है।

जम्मू-कश्मीर में 20 मई तक मतदान जरूरी : जम्मू-कश्मीर में बीते साल 19 जून काे राज्यपाल शासन लागू हुआ था। 21 नवंबर को विधानसभा भंग की थी। इसके महीने के भीतर चुनाव करवाना जरूरी है। ऐसेे में राज्य में 20 मई तक विधानसभा चुनाव कराना होगा।

Bureau Report

 

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