नईदिल्लीः कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में हठयोग करने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कंप्यूटर बाबा को नोटिस जारी किया था, जिसके जवाब में कंप्यूटर बाबा ने कहा है कि उन्होंने हठयोग में दिग्विजय सिंह को नहीं बुलाया था और न ही हठयोग का खर्च उन्होंने उठाया है. हठयोग का पूरा खर्च भिक्षा में मिली राशि से उठाया गया है. वहीं उन्होंने कहा कि हठयोग के दौरान कार्यक्रम स्थल पर दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी थे कि नहीं इसकी उन्हें ठीक से जानकारी नहीं है. मैंने उन्हें कार्यक्रम में नहीं बुलाया था. बता दें बीते 7 मई को भोपाल के सैफिया कॉलेज ग्राउंड में कंप्यूटर बाबा ने 7 हजार साधू-संतों के साथ मिलकर दिग्विजय सिंह के लिए हठयोग का आयोजन किया था. जहां मौके पर दिग्विजय सिंह के पोस्टर भी लगाए गए थे.
इस दौरान आयोजन में कई कांग्रेस नेता भी शामिल थे. जिसके बाद भाजपा ने निर्वाचन आयोग के अधिकारी से शिकायत की थी, जिसमें कहा गया था कि आयोजन में खर्च हुए रुपयों का पूरा हिसाब कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ा जाए. जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कंप्यूटर बाबा को नोटिस जारी कि या और आयोजन में खर्च हुए रुपयों को कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का फैसला किया गया. कार्यक्रम की हुई वीडियोग्राफी देखकर कार्यक्रम का खर्च साढ़े चार लाख रुपये आंका गया है.
बता दें, भोपाल के कोहेफिजा इलाके में स्थित सैफिया कॉलेज ग्राउंड पर बीते 7 मई को कंप्यूटर बाबा ने भोपाल लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की जीत के लिए अनुष्ठान कराया था, जिसमें दिग्विजय सिंह भी पत्नी अमृता सिंह के साथ पहुंचे थे. कार्यक्रम में करीब 7 हजार साधू-संतों ने मिलकर धूनी रमाई और हठयोग किया. बता दें कार्यक्रम को पहले धार्मिक बताकर कार्यक्रम के लिए अनुमति मांगी गई थी, लेकिन दिग्विजय सिंह के पहुंचने से कार्यक्रम को राजनीतिक रुख मिल गया. जिसके बाद इस पर विवाद खड़ा हो गया और कंप्यूटर बाबा के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के मामले में शिकायत की गई.
निर्वाचन आयोग से शिकायत करते हुए भाजपा ने कंप्यूटर बाबा पर आरोप लगाया है कि अनुष्ठान में साधुओं को शामिल होने के लिए बाबा ने 11-11 हजार रुपये दिए हैं और आयोजन में करीब 50 लाख से भी ज्यादा की राशि खर्च की गई है. कंप्यूटर बाबा ने इस आयोजन को धार्मिक बताया था, लेकिन इसमें दिग्विजय सिंह भी पहुंचे थे. कंप्यूटर बाबा इस तरह से धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश में लगे हैं. उन्होंने यह सब कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में किया है, इस तरह की तांत्रिक क्रियाओं और हठयोग से हिंदू मतदाताओं की भावनाएं आहत हुई हैं.
Bureau Report
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