नईदिल्लीः सेना और वायुसेना ने चक्रवाती तूफ़ान वायु से निबटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. वहीं नेशनल डिज़ास्टर रिस्पॉन्स फोर्स यानि एडीआरएफ की एक बड़ी टीम बचाव और खोज के सारे साजोसामान के साथ अहमदाबाद पहुंच गई है. चक्रवाती तूफ़ान वायु के बुधवार को गुजरात के तट से टकराने की आशंका है.
सेना ने राज्य सरकार की मांग पर 10 कॉलम तैनात कर दिए हैं. ये कॉलम जामनगर, गिर, द्वारिका, पोरबंदर, मोर्बी, भावनगर, राजकोट और अमरेली में तैनात किए गए हैं. एक कॉलम लगभग एक कंपनी से छोटा यानि 70 सैनिकों का होता है जिसमें इंफेंट्री, आर्टिलरी, सिग्नल, इंजीनियरिंग, मेडिकल और सर्विस कोर के जवान शामिल होते हैं. इन सभी कॉलमों की तैनाती बुधवार दोपहर 12 बजे तक पूरी कर ली गई है.
इसके अलावा सेना ने 24 कॉलमों को स्टैंड बाई पर भी रखा है जिन्हें किसी भी राहत और बचाव कार्य के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
ये कॉलम मेडिकल टीमों के साथ-साथ छोटी-छोटी नावों और दूसरे उपकरणों से लैस हैं और राज्य के इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के निर्देश पर काम कर रहे हैं.
वायुसेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने चक्रवाती तूफ़ान से होने वाले नुकसान से निबटने की तैयारी पूरी कर ली है. गुजरात के सभी नोडल प्वाइंट्स पर हल्के और मध्यम भारवाही हेलीकॉप्टरों को स्टैंड बाई पर रखा गया है. ये हेलीकॉप्टर राहत और बचाव कार्य के लिए ज़रूरी सभी उपकरणों से लैस हैं. इन हेलीकॉप्टरों को रडार और सेटेलाइटर कम्यूनिकेशन के ज़रिए आपदा में फंसे लोगों को बचाने के लिए भेजा जा सकता है.
तूफ़ान के बाद कम्यूनिकेशन की अड़चनों से निबटने के लिए मोबाइल कम्यूनिकेशन गाड़ियों को भी तय स्थानों पर तैनात कर दिया गया है. दक्षिण पश्चिम वायुकमान के गांधीनगर मुख्यालय में एक डिज़ास्टर मैनेजमेंट सेल बनाकर चक्रवाती तूफान की दिशा और रफ्तार पर नज़र रखी जा रही है.
Bureau Report
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