नईदिल्ली: अयोध्या में सोमवार को राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु-संतों की बड़ी बैठक होने जा रही है. इस पर बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस तरह की बैठक से कोई ऐतराज नहीं है. राजनीति करने के लिए बहुत सी बैठक की जाती हैं. राम मंदिर पर फैसला संत नहीं सुप्रीम कोर्ट करेगा. लेकिन संत जहां हों, वहां शांति होनी चाहिए. इस तरह की बैठक बाहर नहीं होनी चाहिए.
बता दें कि अयोध्या के मणिराम दास छावनी में आयोजित राम मंदिर को लेकर श्री राम जन्मभूमि न्यास की बैठक आज होने जा रही है. इस बैठक में विहिप और संघ के पदाधिकारी सामिल होंगे. न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अध्यक्षता में दोपहर 3 बजे बैठक शुरू होगी. इस बैठक में राम मंदिर के साथ साथ धारा 370 व जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर भी चर्चा होगी.
इस बैठक से पहले राम मंदिर निर्माण को लेकर राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य रामविलास वेदांती ने बड़ा बयान दिया है. वेदांती ने दावा किया है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण प्रक्रिया पर काम करना केंद्र सरकार चौथे चरण में 2024 में शुरू करेगी.
इस बैठक में अयोध्या के संत महंत शामिल होंगे. इसमें विश्व हिंदू परिषद के नेता भी शामिल होंगे. संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास, रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ रामविलास दास वेदांती, रामवल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास, दशरथ महल के बिंदुगद्दाचार्य, रंगमहल के महंत रामशरण दास, लक्ष्मणकिलाधीश महंत मैथिली शरण दास, बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास भी इस बैठक में शामिल होंगे.