कोलकाता: स्थानीय और भाजपा नेताओं ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार को उन दो लोगों के शवों के साथ रैली निकाली, जिनकी उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा क्षेत्र में बदमाशों के दो गुटों के बीच झड़प के दौरान गोलीबारी में मौत हो गई थी.
क्षेत्र के हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. इलाके में निषेधाज्ञा लागू है और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि झड़पों के संबंध में 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. तृणमूल कांग्रेस और भाजपा से जुड़े बताए जा रहे दो समूहों के बीच गुरुवार को झड़प में दो लोगों की मौत हो गई और 11 लोग घायल हो गए.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने चिंता जताते हुए कहा कि न केवल भाटपाड़ा बल्कि पूरे राज्य में शांति बनाये रखने की आवश्यकता है. भाटपाड़ा और जगद्दल क्षेत्रों में दुकानें और बाजार बंद रहे. इंटरनेट सेवाओं पर भी अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है. इलाके के भीतर और उसके आसपास धारा 144 लागू है. हालांकि गुरुवार रात को किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली. कई लोगों ने आज सुबह कांकीनारा बाजार के निकट ‘‘बम धमाके की आवाज’’ सुनाई देने की बात कही.
हालांकि पुलिस ने अभी तक इस दावे की पुष्टि नहीं की है. भाजपा ने राज्य प्रशासन पर ‘‘तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं’’ की तरह काम करने का आरोप लगाया. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने भाटपारा आगजनी घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की. राज्य सरकार के सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ ‘‘उनकी राजनीतिक पहचान का ख्याल किये बिना’’ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है.
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