नईदिल्ली: पश्चिम बंगाल रैलियों, जुलूसों और धरनों के लिए जाना जाता है. बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ताओं के बीच हो रहे हो हंगामे के बीच एक ऐसी खबर आई है, जिसने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि प्यार अगर सच्चा हो, तो ईश्वर भी उसे मुक्कमल बनाने में साथ देता है.
पश्चिम बंगाल में मुख्य रूप से राजनीतिक या सामाजिक गतिविधियों के लिए देखी जाती थीं, जहां व्यक्तियों के एक समूह धरने या जुलूस के साथ अपनी मांगों या संदेश पहुंचाते हैं. लेकिन प्यार पाने के लिए धरना और उपवास शायद ही कभी सुना जाता है, हालांकि पश्चिम बंगाल के धुपगुड़ी में ऐसा ही हुआ.
दरअसल, अनंत बर्मन पिछले आठ सालों से लिपिका नाम की एक लड़की के साथ रिलेशनशिप में था. लेकिन दोनों के बीच अचानक बातचीत बंद हो गई. अनंत से बातचीत सिर्फ फोन पर ही नहीं, बल्कि व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया से भी उसका संपर्क लिपिका से नहीं हुआ. अनंत ने लीपिका की खोजबीन शुरू की, तो पाया कि उसका परिवार उसकी शादी कहीं और कर रहा है, इसलिए उसने उससे बातचीत बंद कर दी.
अनंत ये जानता था कि लिपिका को पाने के लिए उसके पास बहुत कम वक्त बचा है, इसलिए वह अपने प्यार को पाने के लिए उसके ही घर के सामने भूख हड़ताल के साथ धरने पर बैठ गया. इस अनोखे घरने में उसने तख्ती ली, जिनमें लिखा था, ‘मेरे आठ साल वापस कर दो’. देखते ही देखते लोगों ने भी अनंत का साथ देना शुरू कर दिया. इस बीच लिपिका से शादी करने वाले लड़के का परिवार भी मौके पर पहुंचा.
पुलिस भी धरना स्थल पर पहुंच गई, लेकिन वो भी अनंत को अपना प्यार वापस पाने के लिए उपवास रखने से नहीं रोक सके. लेकिन, जैसे-जैसे घंटे बीतते गए, अनंत की तबीयत बिगड़ती गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. अनंत के तबीयत बिगड़ते ही लिपिका अपने पुराने प्रेमी से शादी के लिए राजी हो गई और स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद दोनों के परिवार वाले भी इस शादी के लिए सहमत हो गए. परिवार के राजी होते ही दोनों ने एक स्थानीय मंदिर में सभी रस्मों को पूरा करते हुए शादी कर ली. पूरे बंगाल में अनंत-लिपिका के लवस्टोरी चर्चा का विषय बनी हुई है.
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