नईदिल्ली: दिल्ली में तीन फ्लाईओवर निर्माण का कार्य पूरा होने की कई तय समय-सीमाएं पार हो चुकी हैं, लेकिन इस साल ये बनकर तैयार हो जाएंगे, जिससे वाहन चालकों को यातायात जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी. दिल्ली सरकार की इस परियोजना की छह आखिरी तारीखें पार हो चुकी हैं. सबसे आखिरी तारीख 30 जून भी बीत चुकी है. राव तुलाराम मार्ग (आरटीआर) पर बन रहा फ्लाईओवर लगभग तैयार है. इस पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाने से दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली तथा नोएडा से घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचना आसान हो जाएगा.
वसंत विहार, साउथ कैम्पस में ट्रैफिक से मिलेगी मुक्ति
एक अधिकारी ने बताया कि इस फ्लाईओवर पर यातायात शुरू होने में मार्ग संकेतक बोर्ड लगाए जाने और सुरक्षा परीक्षण जैसी बाधाएं मात्र रह गई हैं. अनोखे तरह से डिजाइन किए गए 2.7 किलोमीटर लंबा यह फ्लाईओवर जल्द ही जनता के लिए खोल दिया जाएगा. यह फ्लाईओवर एक बड़ी योजना का हिस्सा है, जिसका निर्माण व्यस्त इलाके वसंत विहार, साउथ कैम्पस और मोतीबाग कॉरिडोर को जाम से मुक्त कराने के उद्देश्य से करवाया गया है.
2014 में शुरू हुआ निर्माण काम
इस परियोजना का दूसरा हिस्सा है चाणक्यपुरी में साउथ कैम्पस को सैन मार्टिन रोड से अंडरपास के जरिये जोड़ने का काम. इसकी बड़ी गड़बड़ियां दूर हो गई हैं, इसलिए इस साल के अंत तक यह काम पूरा हो जाने की संभावना है. आरटीआर फ्लाईओवर और अंडरपास निर्माण का कार्य नवंबर, 2014 में शुरू हुआ था और इसे नवंबर, 2016 तक पूरा किया जाना था.
साउथ कैम्पस का अंडरपास इस साल के अंत तक बन पाने की उम्मीद
उधर, बाहरी रिंगरोड पर मुनीरका व सुब्रतो पार्क के बीच फ्लाईओवर पर यातायात परीक्षण होने का इंतजार किया जा रहा है. इस पर यातायात शुरू हो जाने से अभी आंशिक राहत ही मिलेगी, क्योंकि साउथ कैम्पस का अंडरपास इस साल के अंत तक बन पाएगा. अधिकारी ने कहा, “अंडरपास बनाना जटिल निर्माण कार्य है.” 1.5 किलोमीटर लंबा थ्री-लेन अंडरपास आरटीआर पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है. यह बेनितो जुआरेज मार्ग को सैन मार्टिन मार्ग से जोड़ेगा. इसका निर्माण कार्य इस साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा.
तीन ओर जाने वाला स्काईवाक भी बनाया जाएगा
अधिकारी ने कहा, “इस परियोजना के हिस्से के रूप में तीन ओर जाने वाला स्काईवाक भी बनना है, जो साउथ कैम्पस मेट्रो स्टेशन को बेनितो जुआरेज मार्ग और सैन मार्टिन मार्ग से जोड़ेगा. इससे साउथ कैम्पस के छात्रों को सुविधा होगी.” एक और बड़ी परियोजना है बारापुला फ्लाईओवर को बढ़ाकर मयूर विहार फेज-1 तक ले जाने की, जिसे इस साल दिसंबर तक पूरा करने की नई समय-सीमा तय की गई है. यह परियोजना अप्रैल, 2015 में शुरू हुई थी और इसे अक्टूबर, 2017 में पूरा किया जाना था.
नोएडा से दिल्ली पहुंचना होगा आसान
सिग्नल-फ्री बारापुला कॉरिडोर में चार अलग-अलग फेज हैं, जिससे पूर्वी दिल्ली और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के बीच यातायात सुगम हो जाएगा और नोएडा से हवाईअड्डा पहुंचने में समय की बचत होगी. बारापुला फ्लाईओवर का पहला फेज सराय काले खां और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के बीच है, जो साल 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों से पहले जनता के लिए खोल दिया गया था. दूसरा फेज सराय काले खां और एनआईए मार्केट के बीच है. इसके निर्माण की कई समय-सीमाएं पार हो जाने के बाद पिछले साल इसका उद्घाटन हो सका.
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