मुंबई : महालक्ष्‍मी एक्‍सप्रेस से यात्रियों को निकालने के लिए एयरफोर्स की मदद ली, NDRF टीम मौके पर पहुंची

मुंबई : महालक्ष्‍मी एक्‍सप्रेस से यात्रियों को निकालने के लिए एयरफोर्स की मदद ली, NDRF टीम मौके पर पहुंचीमुंबई: मुंबई में भारी बारिश के बीच पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों में 150 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है. विभाग की तरफ से शनिवार को भी भारी बारिश की चेतावनी है. लोगों को घरों में रहने और समुद्र किनारे नहीं जाने की सलाह दी गई है. वागनी में मुंबई-कोल्हापुर महालक्ष्मी एक्सप्रेस में पानी आने से ट्रेन ट्रैक पर ही फंस गई है. इसमें करीब 2000 यात्री फंसे हुए हैं. महालक्ष्मी एक्सप्रेस में फंसे लोगों को निकालने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एयरफोर्स की मदद ली है, मौके पर चॉपर से रेकी जारी है. चॉपर से यात्रियों को ट्रेन से बाहर निकालना काफी मुश्किल है. NDRF की टीम भी मौके पर पहुंच गई है.

यात्रियों को पानी और बिस्कुट दिया गया
फंसे हुए यात्रियों को राहत देने के लिए आरपीएफ और सिटी पुलिस मौके पर पहुंच गई है. टीम की तरफ से यात्रियों को पानी और बिस्कुट दिए गए गए हैं. खराब मौसम के कारण रेल यातायात के अलावा उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं. इस दौरान कुल 28 उड़ान प्रभावित हुई हैं. इनमें से 11 फ्लाइट को कैंसल कर दिया गया है. 8 उड़ानें आखिरी समय में लैंडिंग कैंसल कर कुछ समय बाद दोबारा लैंड हुई. वहीं 9 का रूट डायवर्ट किया गया है.

शनिवार को भी तेज बारिश के आसार
मौसम विभाग के अनुसार मुंबई के कई इलाकों में शनिवार को भी तेज बारिश के आसार हैं. अगले 24 घंटों में मुंबई के ठाणे और नवी मुंबई में तेज बारिश होने की आशंका है. अगले 4 घंटों के दौरान ठाणे, रायगढ़ और मुंबई में 50 से 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार हैं. इसके अलावा मानसून धाराओं के मजबूत होने की वजह से अगले 48 घंटों में उत्तरी कोंकण में भारी बारिश होने की आशंका है.

इन इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी
मुंबई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को ठाणे और पुणे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया था. केंद्र के पूर्वानुमान के मुताबिक, राजधानी मुंबई समेत ठाणे और रायगढ़ में भारी बारिश की संभावाना है. इसके पहले 26 और 28 जुलाई के लिए पालघर में रेड अलर्ट जारी किया जा चुका है. बता दें कि मानसून की विभिन्न स्थितियों के लिए रेड से लेकर ऑरेंज तक अलग-अलग अलर्ट जारी किए जाते हैं. इनमें ऑरेंज अलर्ट अधिकारियों को गंभीर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का सिग्नल होता है.

लोगों को सतर्क रहने के निर्देश
विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, 27 जुलाई से भारी बारिश की आशंका के चलते लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि ऐसी परिस्थिति में पुराने ढांचों या मकान की दीवार ढहने की घटना से इनकार नहीं किया जा सकता. बता दें कि राज्य में बीते दिनों दीवार गिरने की वजह से कई लोग घायल हो गए थे. ऐसे हादसे में कई लोगों की जान भी चली गई थी.

Bureau Report

 

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*