नईदिल्ली: अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस (Internation Tiger Day) के मौके पर पीएम मोदी ने ऐलान किया कि देश में पिछले एक दशक में बाघों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है. इस मौके पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में हमने इस लक्ष्य को समय से चार साल पहले ही प्राप्त कर लिया. इस मौके पर एक ऐसा वीडियो सामने आया है जो पीएम मोदी के वन्य जीवों के संरक्षण पर जागरूकता फैलाने के मानवीय पहलू को दर्शाता है. इसमें जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे के खिलाफ वह लोगों को आगाह करते हुए भी दिखते हैं.
दरअसल यह वीडियो डिस्कवरी चैनल के प्रसिद्ध होस्ट बियर ग्रिल्स ने जारी किया है. बियर ने Man Vs Wild जैसे लोकप्रिय प्रोग्राम पेश करते हैं. बियर ने इस संदर्भ में ट्वीट कर कहा, ”वन्य जीव संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर 180 देशों के लोग पीएम मोदी के उस पक्ष से रूबरू होंगे जो अभी तक सामने नहीं आया है.” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डिस्कवरी इंडिया पर यह प्रोग्राम 12 अगस्त को रात नौ बजे दिखाया जाएगा.
बाघों की संख्या दोगुनी
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस ( International Tiger Day) पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस अवसर पर बाघों की सुरक्षा के संबंध में हम अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं. बाघों की संख्या के बारे में जो आंकड़े जारी किए गए हैं, उससे प्रत्येक भारतीय को गर्व होगा. नौ साल पहले यानी 2010 में रूस के सेंट पीट्सबर्ग में अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के समक्ष 2022 तक बाघों की संख्या दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया था. हमने चार साल पहले ही बाघों के बचाने के लक्ष्य को हासिल कर लिया. उन्होंने कहा कि भारत बाघों के संरक्षण के लिए दुनिया में सबसे बेहतरीन जगह है. बाघों की गणना के संबंध में उन्होंने आंकड़े जारी करते हुए कहा कि 2014 में बाघों की संख्या 2,226 थी. 2018 में यह बढ़कर 2,967 हो गई.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कुछ साल पहले देश भर में कुल 1400 बाघ ही बचे थे लेकिन बाघों की संख्या बढ़कर अब 2,967 हो गई है. ये वाकई बेहद खुशी की बात है. उन्होंने कहा कि बाघों की संख्या के संबंध में 3 लाख 80 हजार वर्ग किमी का सर्वे हुआ. 26 हजार कैमरा ट्रैप्स लगे थे. 3.5 लाख फोटो आये और उसमें 76 हजार टाइगर फोटो आए.
उन्होंने कहा कि इस काम में पीएम मोदी ने हमारा मार्गदर्शन किया. नतीजतन पिछले 5 साल में वन क्षेत्र बढ़ा है. 15 हजार वर्ग किमी से ज्यादा फारेस्ट कवर बढ़ा है. सारे जीवन प्राणी हमारे जीवन का हिस्सा हैं. आज पूरी दुनिया सलाम करेगी कि बाघों के विकास का इतना बड़ा काम भारत ने किया है. बाघों की गणना का ब्यौरा हर चार साल में जारी किया जाता है. पिछली गणना वर्ष 2014 में हुई थी.
Bureau Report
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