नईदिल्ली: दिल्ली एयरपोर्ट का विस्तार करने के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं. आईजीआई एयरपोर्ट का भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर विस्तार किया जाएगा. एयरपोर्ट का विस्तार किए जाने के बाद यह इसकी क्षमता सालाना 100 मिलियन (10 करोड़) पैसेंजर की होगी. सरकार का लक्ष्य आईजीआई को 2022 तक 10 करोड़ यात्रियों की क्षमता वाला एयरपोर्ट बनाने की है. एयरपोर्ट के एक्सपेंशन प्लान के तहत टर्मिनल 1 का विस्तार किया जाएगा. साथ ही चौथे रवने का भी निर्माण होगा.
टर्मिनल 1 से साला दो से चार करोड़ यात्री सफर करेंगे
एयरपोर्ट पर आने वाले वाहनों के लिए दो एलिवेटिड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवे (ECT) बनाए जाएंगे. इससे वाहन आसानी से आ-जा सकेंगे और एयरपोर्ट परिसर में जाम की स्थिति पैदा नहीं होगी. टर्मिनल 1 को अभी से तीन गुना बड़ा तैयार किया जाएगा. ऐसा करने से टर्मिनल 1 से सालाना दो से चार करोड़ यात्री सफर कर सकेंगे. इसके अलावा एयरपोर्ट पर टर्मिनल 3 में भी बदलाव किया जाएगा. टर्मिनल 3 का तीसरे चरण में होने वाला विस्तार साल 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा.
इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने राज्यसभा में पिछले दिनों कहा था कि देश के 6 एयरपोर्ट के संचालन को निजी हाथों में सौंपने का फैसला सफल मिशन रहा. उन्होंने कहा कि दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. निजीकरण की वजह से AAI (एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) और यात्री दोनों को फायदा हुआ है. ये छह एयरपोर्ट लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मंगलुरू हैं. इनमें से तीन के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है.
Bureau Report
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