नईदिल्ली: हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी का जलस्तर सोमवार को 204.50 मीटर के चेतावनी के निशान को पार कर गया और 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार करने के कगार पर पहुंच गया, जिसके कारण प्रशासन को दिल्ली को इसके पूर्वी विंग से जोड़ने वाले एक पुल पर यातायात बंद करना पड़ा. बढ़ते जल स्तर को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों की आपातकालीन बैठक बुलाई.
अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “कल शाम को ६ बजे हरियाणा ने 8.28 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा है जो काफी ज्यादा है. ये पानी दिल्ली आने में 36-72 घंटे लेता है. इसकी वजह से जो भी हो सकता है, उसको लेकर हमने मीटिंग की है. इससे पहले इतना पानी 2013 में था वो 8.06 लाख क्यूसिक था. तब पानी 207.3 मीटर तक पहुंच गया था. ”
केजरीवाल ने कहा, “बाढ़ से निपटने के इंतजाम किए गए हैं. यमुना नारे बसे लोगों से मकान खाली करवाए जा रहे हैं. हमारी टीम कल से लोगों को निकलकर टेंट में ले जा रही है. 2120 टेंट लगाए गए हैं. 23860 लोग बाढ़ से प्रभवित हो सकते हैं.”
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, “अगले दो दिन सबसे महत्वपूर्ण हैं. ये पानी कब और किस टाइम तक दिल्ली पहुंचेगा, कहना मुश्किल है. आज रात या परसो तक ये पानी कभी भी आ सकता है. हम भी 24 घंटे संपर्क में रहेंगे. मुनादी कराई जा रही है. इमरजेंसी नंबर 22421656, सेंट्रल कण्ट्रोल रूम- 21210849 जारी किया गया है.”
Bureau Report
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