नईदिल्लीः जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने बाद से बौखलाए पाकिस्तान की बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है. लाइन ऑफ कंट्रोल के पास एफएम फ्रिक्वेंसी के जरिए भारतीय खुफिया एजेंसियों को पाक आर्मी और कश्मीर के आतंकियों के बीच हुई बातचीत के सुराग मिले है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी सेना की सिग्नल कोर ने एलओसी के पास हाई फिक्र्वेंसी के टावर लगाए थे. अब इसके जरिए ही पीओके में बैठे आतंकी कश्मीर में अपने हैंडलर्स को संदेश भेज रहे है.
इन एफएम स्टेशनों से ‘कौमी तराना’ कार्यक्रम के जरिए कश्मीर आतंकियों को कोडवर्ड में संदेश भेजे जा रहे है. इसी के जरिए लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद और अल बद्र नाम के आतंकी संगठनों द्वारा संदेश भेजे जा रहे है.
पाकिस्तानी सेना द्वारा जैश के लिए 66/88, लश्कर ए तैयबा के लिए A3 और अल बद्र के लिए D-9 कोडवर्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है. बता दें कि 12 अगस्त के बाद से इन एफएम स्टेशनों आतंकी ‘कौमी तराना’ कार्यक्रम का प्रसारण कर रहे है.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने से बौखलाया पाकिस्तान नई नई करतूतों के जरिए भारत में दहशत फैलाने का प्लान कर रहा है. पाकिस्तानी सेना जहां लगातार जैश आतंकियों के जरिए बैट घुसपैठ की फिराक में लगी है वहीं अब वह एलओसी से सटे गांव की जनता को बरगलाने के लिए एफएम रेडियो स्टेशन का इस्तेमाल कर रही है.
पाक सेना के नए प्लान के मुताबिक नियंत्रण रेखा के पास आतंकियो तक संदेश पहुंचाने और एलओसी से सटे गांव की जनता को बरगलाने के लिए पाकिस्तान सेना अपनी सिगनल कोर का इस्तेमाल कर रही है. सिगनल कोर रेडियो फ्रिक्वेंसी के जरिए आतंकियों तक मैसेज पहुंचा रहा है.
28 अगस्त को मिली खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि पाकिस्तानी सेना एफएम रेडियो स्टेशन को नियंत्रण रेखा (LoC) के पास शिफ्ट कर रही है. पाकिस्तान के 10 कोर कमांडर ने सिंगनल कोर को यह काम दिया है. पाकिस्तानी आर्मी ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद एफएम ट्रांसमिशन स्टेशन को लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पास शिफ़्ट करने का आदेश दिया था. इसके साथ ही पाक आर्मी ने एलओसी के पास नए एफएम स्टेशन लगाने का भी आदेश जारी किया था.
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