जयपुर: राजस्थान में आरसीए चुनाव को लेकर सचिन पायलट का बड़ा बयान सामने आया है. सचिन पायलट ने कहा है कि जो भी आरसीए चुनावके दौरान हुआ है, वह दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत भी बड़े नेता हैं और रामेश्वर डूडी भी कांग्रेस के वरिष्ठ लीडर हैं. दोनों नेताओं को बैठकर बातचीत करके समन्वय से काम करना चाहिए था.
साथ ही, सचिन पायलट ने कहा कि जिस तरह की खबरें लाठीचार्ज की और बयान बाजी की सामने आई है, वह नहीं होनी चाहिए थी. इससे विरोधियों को पार्टी पर हमला करने का अवसर मिलेगा. पायलट ने यह भी कहा कि क्रिकेट भद्र जनों का खेल है इसमें इस तरह का हंगामा उचित नहीं है. रामेश्वर डूडी के जाट नेता होने की वजह से क्या दोनों उपचुनाव पर इसका असर पड़ेगा में सवाल पर पायलट ने कहा उम्मीद है दोनों उपचुनाव पर इसका कोई असर नहीं होगा.
बता दें कि आरसीए मतदान स्थल पर प्रॉक्सी वोट को लेकर काफी हंगामा हुआ. सचिव पद के प्रत्याशी सुमेंद्र ने पुलिस और अधिकारियों पर लगाया आरोप. सुमेंद्र ने कहा कि मतदान स्थल पर सबकुछ पहले से फिक्स है. उन्होंने कहा, वोटर्स को डराया धमकाया जा रहा है.
गौरलतब है कि 6 पदों पर हो रहे आरसीए चुनाव में कुल 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान पर डटे हुए हैं. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष और एग्जीक्यूटिव मेंबर पर जहां दोनों ही गुट के एक-एक प्रत्याशी चुनावी मैदान में मौजूद हैं. वहीं, संयुक्त सचिव पद पर मुकाबला काफी रोमांचक बन गया है. संयुक्त सचिव पद पर सीपी जोशी गुट के महेंद्र नाहर चुनावी मैदान में है. वहीं रामेश्वर डूडी गुट के दो प्रत्याशी पिंकेश जैन और ब्रजकिशोर उपाध्याय चुनावी मैदान में डटे हुए हैं. ऐसे में अब आरसीए के चुनाव काफी रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है.
वहीं, रामेश्वर डूडी गुट की ओर से अपना कोई उम्मीदवार अध्यक्ष पद पर नहीं उतारने का दावा किया था जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि वैभव गहलोत का निर्विरोध निर्वाचन तय है लेकिन तभी 2 अक्टूबर को रामेश्वर डूडी गुट की ओर से अध्यक्ष पद पर वैभव गहलोत के सामने राम प्रकाश चौधरी को खड़ा कर दिया गया. जिसके बाद आरसीए चुनाव के समीकरण बदल गए. अब देखना यह है कि RCA का चुनावी ऊंट किस करवट बैठता है.
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