मुजफ्फरपुर: बीते दिनों में कुछ फिल्म कलाकारों ने प्रधानमंत्री को मॉब लिंचिंग के खिलाफ एक्शन लेने को लेकर एक पत्र लिखा था जिसके चलते अब उन फिल्मकारों के लिए ही मुसीबत खड़ी हो चुकी है. इन फिल्मकारों ने देश में खराब माहौल की बात करते हुए पीएम मोदी को यह पत्र लिखा था. लेकिन अब इन सबके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है.
49 फिल्म कलाकारों के खिलाफ मुजफ्फरपुर जिले सदर थाना में यह FIR दर्ज हुई है. यह FIR माननीय कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज की गई है. अधिवक्ता सुधीर ओझा ने इन फिल्म कलाकारों के खिलाफ बीते 27/07/2019 को कोर्ट में याचिका दाखिल की थी.
मामला यह था कि इन सभी ने देश में असहिष्णुता और उन्मादी हिंसा का माहौल बता कर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था. जिसे मीडिया में आने के बाद अधिवक्ता सुधीर ओझा ने देश को एक साजिश के तहत विदेश में बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में परिवाद किया था.
बता दें कि इस चिट्ठी में अनुराग कश्यप, केतन मेहता, श्याम बेनेगल, रामचंद्र गुहा, शुभा मुद्गल, अपर्णा सेन और कोंकणा सेन शर्मा जैसी हस्तियों के हस्ताक्षर हैं. चिट्ठी लिखने का मकसद है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान देश में बढ़ती असहिष्णुता की तरफ आकर्षित करना.
चिट्ठी में लिखा गया है, कि इन दिनों देश में धर्म, जात-पात और Mob Lynching से जुड़े मामले बढ़ते जा रहे हैं. नरेंद्र मोदी का ज़िक्र करते हुए चिट्ठी में ये भी लिखा गया है, कि संसद में प्रधानमंत्री ने Mob Lynching जैसे मामलों का ज़िक्र ज़रुर किया. लेकिन ऐसे गंभीर विषयों को सिर्फ संसद में उठाना काफ़ी नहीं है.