नईदिल्ली: साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार देने संबंधी बयान पर मचे विवाद के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि साध्वी ने जो कहा कि वह दरअसल बीजेपी और आरएसएस के दिल की बात है. मैं इसमें क्या कह सकता हूं? यह किसी से छिपा नहीं है. मैं उन पर एक्शन की मांग कर अपने समय को खराब नहीं करना चाहता. इसके साथ ही राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ”आतंकी प्रज्ञा ने आतंकी गोडसे को देशभक्त कहा. यह भारत के संसदीय इतिहास का काला दिन है.”
इसके साथ ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और हैरान करने वाला है. इसके साथ ही सोनिया गांधी ने कहा कि मेरी पार्टी ने इस मसले पर वो सारी बातें कही हैं, जो कही जानी चाहिए.
इस बीच बीजेपी ने इस मामले पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि साध्वी प्रज्ञा के बयान का बीजेपी समर्थन नहीं करती. इसके साथ ही जोड़ा कि वे अब किसी चर्चा में शामिल नहीं होगी. जेपी नड्डा ने कहा साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का बयान निंदनीय है. बीजेपी इस तरह के बयान या विचारधारा का बिल्कुल समर्थन नहीं करती. इसके साथ ही जेपी नड्डा ने कहा कि रक्षा की सलाहकारी कमेटी से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को हटा दिया गया है और इस सत्र में संसदीय पार्टी की बैठक में उनको शिरकत करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
इस बीच सूत्रों के हवाले से ख़बर हैं कि साध्वी प्रज्ञा के ख़िलाफ़ पार्टी की अनुशासन समिति बड़ी कार्यवाही करेगी. सूत्रों की मानें तो उन्हें पार्टी से निलंबित या निष्कासित भी किया जा सकता है. इससे पहले आरजेडी सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में प्रज्ञा ठाकुर मामले में नोटिस दिया. प्रज्ञा ठाकुर के देशभक्त वाले बयान पर कांग्रेस लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव देने का फैसला किया था. इस बीच जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो इस मुद्दे पर सदन में हंगामा खड़ा हो गया. तमाम विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा. कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट किया. इस पर सफाई देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नाथूराम को देशभक्त की बात का समर्थन तो दूर हम इस तरह की सोच का भी समर्थन नहीं करते. हम महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने वाले लोग हैं. उनके विचार हमेशा प्रासंगिक बने रहेंगे.