उद्धव सरकार ने महाराष्‍ट्र विधानसभा में बहुमत साबित किया, 169 विधायकों ने समर्थन दिया

उद्धव सरकार ने महाराष्‍ट्र विधानसभा में बहुमत साबित किया, 169 विधायकों ने समर्थन दियामुंबई: महाराष्‍ट्र विधानसभा में आज उद्धव ठाकरेे सरकार ने बहुमत सिद्ध कर दिया. 2 बजे शुरू हुई कार्यवाही में विपक्ष के भारी हंगामे और सदन से बीजेपी और उसके घटक दलों के वॉकआउट के बीच उद्धव ठाकरे सरकार ने सदन में बहुमत सिद्ध कर दिया. सदन में 169 विधायकों ने उद्धव सरकार के पक्ष में मतदान किया, जबकि विरोध में 0 वोट आए. इसके अलावा 4 मत तटस्‍थ रहे. यानि उन्‍होंने किसी का समर्थन नहीं किया. इनमें 2 AIMIM, 1 CPM जबकि एक विधायक मनसे का था. इस तरह उद्धव ठाकरे की सरकार ने सदन में बहुमत साबित कर दिया.

सदन में बहुमत साबित कर लेने के बाद उद्धव ठाकरे ने महाराष्‍ट्र विधानसभा में पहली बार संबोधन देते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का वंदन कर मैं यहां आया हूं. हमारा महाराष्‍ट्र छत्रपति शिवाजी महाराज का महाराष्‍ट्र है. वह हमारे देवता समान हैं. उन्‍होंने आगे कहा कि सदन में विरोधी पक्ष नहीं हैं. देवेंद्र फडणवीस ने अगर हमनें शपथ ग्रहण के दौरान शिवाजी महाराज, साहूजी महाराज और डॉ. भीमराव अंबेडकर का नाम लिया तो इन्‍हें आपत्ति क्‍यों है? ये लोग भी तो हमेशा इन महानुभावों के नाम लेते हैं. जिस तरह सदन से वॉकआउट किया गया, मैं कहना चाहूंगा कि ये वो महाराष्‍ट्र नहीं है, जैसा हम चाहते हैं. हमनें जिन भी महानुभावों के नाम अपनी शपथ ग्रहण के लिए हमें उन पर गर्व है. मैं मैदान में लड़ने वाला इंसान हूं. 

उनके बाद प्रोटेम स्‍पीकर ने सभी विधायकों को बधाई दी एवं कहा कि सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे शुरू होगी और स्‍पीकर का चुनाव होगा. 

सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे शुरू हो गई थी. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही वहां हंगामा हो गया. पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा अधिवेशन पर सवाल उठाए. हंगामे के बीच उद्धव ठाकरे ने प्रोटेम स्पीकर के आदेश के बाद सरकार की कैबिनेट में शपथ ले चुके नये मंत्रियों का पहले सदन मे परिचय कराया, लेकिन हंगामा जारी रहा. इसी बीच राज्‍य के पूर्व सीएम अशोक चव्‍हाण ने विधानसभा में विश्‍वास प्रस्‍ताव पेश किया. इनके बाद एनसीपी नेता नवाब मलिक के अलावा सुनील प्रभु, जयंत पाटिल ने विश्‍वास प्रस्‍ताव का अनुमोदन किया. इसके बाद सदन में विश्‍वास मत पर वोटिंग होनी थी, लेकिन विपक्ष ने भारी हंगामा किया. बीजेपी विधायकों ने विरोधस्‍वरूप सदन से वॉकआउट कर दिया. 

सदन के बाहर फडणवीस ने मीडिया से कहा कि नियमों के खिलाफ विधानसभा का सत्र बुलाया गया है. विधानसभा में नियमों को ताक पर रखा जा रहा है. उन्‍होंने सदन में यह भी कहा कि उन्‍होंने स्‍पष्‍ट रूप से कहा कि संविधान के अनुरूप के विधानसभा के जो नियम बनाए गए हैं उन्हें ताक पर रखकर यह अधिवेशन बुलाया गया है. पुराना अधिवेशन जोकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुआ था, वह जनगणमन के साथ समाप्त हो गया, लेकिन उस अधिवेशन को आज भी जारी रखा गया. शपथग्रहण समारोह में संविधान की धज्जियां उड़ाई गईं. शपथ ग्रहण करने वालों ने शरद पवार, सोनिया गांधी, बाल ठाकरे के नाम लेकर भी प्रतिज्ञा ली, जोकि संविधान के खिलाफ है.

उन्‍होंने यह भी कहा कि प्रोटेम स्पीकर को हटाना संविधान का उल्लंघन है. प्रोटेम स्पीकर को हटाया गया. संविधान को ताक पर रखकर यह कार्रवाई की गई. आज तक कभी भी बहुमत परीक्षण विधानसभा स्पीकर के चुनाव से पहले नहीं हुआ. हम राज्यपाल से अनुरोध करने वाले हैं कि यह सारी कार्यवाही निरस्त हो.

इससे पहले सदन के भीतर भी हंगामे के बीच फडणवीस ने कहा कि उन्‍होंने कहा कि ‘विधानसभा सत्र नियमों के खिलाफ बुलाया गया. विधानसभा सत्र की शुरुआत वंदे मातरम से क्‍यों नहीं की गई? आधी रात को विधानसभा सत्र की जानकारी दी गई. विधानसभा में विपक्ष सदस्‍यों ने दादागिरी नहीं चलेगी के नारे लगाए. फ्लोर टेस्‍ट नियमों के खिलाफ हो रहा है. उद्धव के मंत्रियों ने नियमों के खिलाफ शपथ ली है’. फडणवीस ने आगे कहा कि महाराष्‍ट्र विधानसभा में पहले अध्‍यक्ष का चुनाव होता रहा है, उसके बाद ही फ्लोर टेस्‍ट होता रहा है, लेकिन इस बार उल्‍टा हो रहा है. सारे नियमों को ताक पर रखा गया है. उन्‍होंने प्रोटेम स्‍पीकर की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए. बिना अध्‍यक्ष के आज तक बहुमत परीक्षण नहीं हुआ.

कार्यवाही शुरू होने से पहले मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे दोपहर करीब 12.45 बजे विधानसभा पहुंच गए थे. बहुमत परीक्षण से पहले यहां उन्‍होंने सबसे पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को माला पहनाई. वहीं, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और पूर्व मुख्‍यमंत्री व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस भी महाराष्‍ट्र विधानसभा पहुंच गए थे.

फ्लोर टेस्‍ट से पहले शिवसेना और एनसीपी ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर उन्‍हें सदन में उपस्थित रहने को कहा. वहीं, कांग्रेस ने भी अपने विधायकों के नाम तीन लाइन का व्‍हिप जारी किया था. 

इससे पहले विधानसभा अध्‍यक्ष पद के लिए में महाविकास अघाडी‌ के उम्मीदवार कांग्रेस के नाना पटोले ने बात करते हुए कहा कि संख्याबल हमारे साथ है, इसलिए जीत हमारी होगी. बहुमत साबित करने के लिए हम पूरी तरह से सक्षम हैं. हम अपनी सरकार को लेकर पूरी तरह आश्‍वस्‍त हैं. जहां तक बात है शपथ के दौरान संविधान के नियमों का पालन नहीं करने की, वहां राज्यपाल महोदय थे ही… अगर कुछ गड़बड़ है तो राज्यपाल ही इस मुद्दे पर निर्णय लेंगे. नाना पटोले की तरफ से विधानसभा अध्‍यक्ष पद के लिए नामांकन किया गया. 

वहीं, एनसीपी नेता प्रफुल्‍ल पटेल ने कहा कि उप मुख्यमंत्री पद एनसीपी के पास है और इसके नाम का ऐलान हम नागपुर सत्र के बाद करेंगे. साथ ही उन्‍होंने कहा कि मैं दिल्ली में सांसद हूं. उप मुख्यमंत्री पद की रेस में मेरे नाम का सवाल ही नहीं उठता.

वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले अजित पवार, प्रफुल्‍ल पटेल और जयंत पाटिल विधानसभा पहुंच गए. वहीं, बहुमत सिद्ध करने से कुछ देर पहले ही एनसीपी की बैठक होगी.

वहीं, विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी की तरफ से उसके विधायक किसन कथोरे को चुना गया है. किसन कथोरे ठाणे जिले की मुरबाड सीट से विधायक हैं. विधानसभा स्पीकर का कल यानि रविवार को चुनाव है. आज विधानसभा की कार्यवाही प्रोटेम स्पीकर दिलीप वल्से पाटिल की अध्यक्षता में होगी. 

बालासाहेब थोराट ने सुबह ही बताया कि, नाना पटोले कांग्रेस पार्टी की तरफ से विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार होंगे. नाना पटोले महाराष्ट्र के चन्द्रपूर इलाके से चुनाव जीतकर आए हैं. पटोले पहले बीजेपी मे हुआ करते थे, लेकिन किसानों के मुद्दे पर उन्‍होंने बीजेपी छोड़ दी थी और पिछला लोकसभा चुनाव केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लड़ा था. उधर, बालासाहेब थोराट ने कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने निर्णय लिया है कि हम बहुमत सिद्ध करेंगे और इस बात को लेकर हम सभी पूरी तरह से निश्‍चित हैं.

इससे पहले शनिवार सुबह राज्‍य के पूर्व उप मुख्‍यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार, विधायक दल के नेता और महाराष्‍ट्र सरकार में मंत्री जयंत पाटिल पार्टी प्रमुख शरद पवार से मिलने के लिए उनके आवास सिलवर ओक पहुंचे. वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष और उद्धव ठाकरे के साथ मंत्रीपद की शपथ लेने वाले बालासाहेब थोराट भी यहां पहुंचे थे. इसके कुछ देर बाद नीतिन राउत और बाला साहेब थोराट वहां से निकल गए. इनके बाद अजित पवार, जयंत पाटिल और प्रफुल्‍ल पटेल भी सिल्‍वर ओक से निकलते देखे गए.

नांदेड़ से बीजेपी सांसद प्रतापराव ने एनसीपी नेता अजित पवार से मिलने पहुंचे. उद्धव सरकार द्वारा शनिवार दोपहर को विधानसभा में बहुमत साबित करने के कुछ घंटे पहले ही यह मुलाकात हुई. मुलाकात के बाद अजित पवार ने कहा, यह एक सदिच्छा भेंट थी. राजनीति में ऐसी मुलाकातें होती रहती हैं. मुझसे कई पार्टियों के नेता मिलते हैं.. 

बता दें उद्धव सरकार के बहुमत साबित करने, नए अध्यक्ष के चुनाव, विरोधी पक्ष नेता की घोषणा और राज्यपाल के अभिभाषण के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के दो दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है. 

शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस वाली सत्तारूढ़ ‘महा विकास अघाड़ी’ का दावा है कि उसके पास 170 विधायकों का दावा है.  महाराष्ट्र विधानसभा मे बहुमत का आंकड़ा 145 है. 

Bureau Report

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