मुंबई: पीएमसी बैंक घोटाले के बाद डिपॉजिट इंश्योरेंस कवर बढ़ाने की मांग ज़ोर पकड़ रही है. अब RBI के सेंट्रल बोर्ड मेंबर और सहकार भारती के फाउंडिंग मेंबर सतीश मराठे ने इस मुद्दे पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में मांग की गई है कि इंडिविजुअल के लिए डिपॉजिट कवर को कम से कम 5 लाख रुपए किया जाए. अभी ये रकम एक लाख रुपए है.
RBI बोर्ड मेंबर्स ने यह भी मांग की है कि DICGC को फ्रॉड में फंसे बैंकों के लिए अलग से रिजर्व फंड बनाया जाना चाहिए. बैंकों को तीन साल का मौका देकर रिस्क आधारित प्रीमियम लागू करना चाहिए. ताकि बैंकों के ग्राहक जोखिम को देखकर बैंक का चुनाव कर सकें.
मीडिया भी इस मुद्दे को लगातार उठा रहा है कि डिपॉजिट इंश्योरेंस कवर को बढ़ाया जाना चाहिए. डिपॉजिट इंश्योरेंस कवर में आखिरी बार बदलाव 1993 में किया गया था उसके बाद से बदलाव नहीं किया गया है. जबकि अगर महंगाई के साथ 1 लाख रुपए की 1993 में तय सीमा को जोड़ा जाए तो आज इसकी वैल्यू करीब साढ़े पांच लाख रुपए बैठती है.
Bureau Report
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