सिरोही: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि पोक्सो एक्ट के अंतर्गत सजा पाने वाले व्यक्तियों के लिए दया याचिका का प्रावधान नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस बारे में संसद को विचार करना चाहिए. कोविंद ने कहा कि महिला सुरक्षा एक गंभीर विषय है, इस पर बहुत काम हुआ है. उन्होंने कहा कि बेटियों पर आसुरी प्रहार देश की आत्मा को झकझोर देते हैं. महिलाओं के सम्मान के लिए बेटों को संवेदनशील बनाना हर नागरिक की जिम्मेदारी है.
उल्लेखनीय है कि तेलंगाना में दिशा गैंगरेप-मर्डर के आरोपियों के एनकाउंटर के बीच निर्भया केस के दोषी विनय शर्मा की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजी गई है. गृह मंत्रालय ने मौत की सजा की माफी की मांग को अस्वीकार किया है. अब दोषी की दया याचिका पर अंतिम निर्णय राष्ट्रपति लेंगे. दिल्ली के उपराज्यपाल पहले ही दया याचिका खारिज कर चुके हैं.
इससे पहले हैदराबाद में महिला डॉक्टर से गैंगरेप करने के बाद उसकी जलाकर हत्या करने वाले चारों आरोपियों को स्थानीय पुलिस ने शुक्रवार तड़के एनकाउंटर में मार गिराया. चारों आरोपियों को जांच के हिस्से के रूप में क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए मौका ए वारदात पर ले जाया गया था, लेकिन यहां से इन्होंने भागने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने इन्हें मुठभेड़ में मार गिराया. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में इन्हें मार गिराया.
साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने जी न्यूज से खास बातचीत में बताया कि इस एनकाउंटर में आरोपियों ने पुलिसवालों से हथियार छीनकर पुलिसवालों पर भी हमला किया, जिसमें दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. इन पुलिसकर्मियों की हालत स्थिर है. उन्होंने जी न्यूज को बताया कि शुक्रवार सुबह करीब पौने 6 बजे इन आरोपियों को घटनास्थल पर लाया गया था. इनसे यहां लाकर पूछा गया कि पीडि़ता दिशा का मोबाइल, डाटा बैंक और घड़ी इन्होंने कहां छिपाया था. इसके बाद उन्होंने थोड़ी दूरी पर इशारा किया और कुछ पुलिसकर्मी इनके साथ गए. जैसे इन्हें करीब 200 मीटर दूर ले जाया गया, तो इन्होंने पुलिसकर्मियों के हथियार छीनकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया, जिसमें दो पुलिसवाले घायल हो गए और भागने लगे. इसके बाद पुलिस टीम ने एनकाउंटर में इन्हें मार गिराया.
Bureau Report
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