मुंबई: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में चल रही महाविकास आघाड़ी की सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. सोमवार को हुए पहले कैबिनेट विस्तार के बाद से तीनों दलों (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) में विवाद खुलकर सामने आने लगा है. दरअसल, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि एनसीपी के चार बार के विधायक प्रकाश सोलंके मंत्रिमंडल में जगह न मिलने के कारण काफी नाजार हैं. सोलंके ने विधायक पद से इस्तीफा देकर राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान कर दिया. उधर, कांग्रेस के विधायकों ने भी नाराजगी जताई है.
उधर, कांग्रेस के मंत्रियों ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मंगलवार को दिल्ली में मुलाकात की. मंत्रियों के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, के.सी. वेणुगोपाल और पार्टी सचिव आशीष दुआ भी थे. बालासाहेब थोरात और अशोक चव्हाण सहित सोमवार को शपथ ग्रहण करने वाले वरिष्ठ मंत्रियों ने भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की.
प्रदेश कांग्रेस के भीतर असंतोष की बात सामने आई है और कुछ वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी अनदेखी की गई है. दो बार के विधायक मुंबई के अमीन पटेल कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उनसे जूनियर विधायकों असलम शेख और वर्षा गायकवाड को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया, और उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया.
Bureau Report
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