संभल: उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है. सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और आगजनी के दौरान हुई उप्रदवियों की मौतों पर सवाल खड़े किए हैं. शफीकुर्रहमान बर्क ने सवाल उठाते हुए कहा कि देशभर में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में कोई पुलिसकर्मी या पुलिस अधिकारी क्यों नहीं मरा, सिर्फ प्रदर्शनकारी ही क्यों मारे गए.
इस दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के साथ मौजूद सपा के एमएलसी डॉ. राजपाल कश्यप भी बयानबाजी करने में पीछे नहीं रहे. सपा एमएलसी राजपाल कश्यप ने सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए हिंसक बवाल के लिए सीधे तौर पर पुलिस और बीजेपी को जिम्मेदार बताया. राजपाल कश्यप ने सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों और बीजेपी के लोगों ने ही प्रदर्शनकारियों की भीड़ में शामिल होकर हिंसा की, दंगे कराए. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी तो निहत्थे थे. कश्यप ने कहा कि पुलिस अब उन्हीं निर्दोष लोगों पर मुकदमे दर्जकर जेल भेज रही है.
सपा नेता राजपाल कश्यप ने दंगे में मारे गए प्रदर्शनकारियों को 50-50 लाख का मुआवजा देने की मांग करते हुए समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर पुलिस द्वारा दर्ज किए गए सभी केस वापस लिए जाने की घोषणा भी की. समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क और सपा एमएलसी राजपाल कश्यप बीते सोमवार को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ संभल में सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने पहुंचे थे.
Bureau Report
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